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वाराणसी में माडल ब्लाक सेवापुरी में केयर टेकर घर पर, सामुदायिक शौचालय में ताला बंद

नीति आयोग की ओर से प्रस्तावित माडल ब्लाक सेवापुरी में अधिकारियों की सबसे ज्यादा नजर है। बकायदा कलस्टरवार इस ब्लाक पर गांवों की मानिटरिंग करने को नोडल अफसरों की तैनाती है लेकिन यहां भी अन्य ब्लाकों जैसा ही हाल है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sat, 11 Sep 2021 06:20 AM (IST)Updated: Sat, 11 Sep 2021 09:51 AM (IST)
वाराणसी में माडल ब्लाक सेवापुरी में केयर टेकर घर पर, सामुदायिक शौचालय में ताला बंद
लाखों रुपये खर्च निर्मित सामुदायिक शौचालय पर कोई ध्यान नहीं है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। नीति आयोग की ओर से प्रस्तावित माडल ब्लाक सेवापुरी में अधिकारियों की सबसे ज्यादा नजर है। बकायदा कलस्टरवार इस ब्लाक पर गांवों की मानिटरिंग करने को नोडल अफसरों की तैनाती है लेकिन यहां भी अन्य ब्लाकों जैसा ही हाल है। लगभग लाखों रुपये की लागत से ब्लाक के भरहरिया, गुडिय़ा व विहडा गांव में निर्मित सामुदायिक शौचालय भवन शो पीस बनकर रह गया है। शौचालय का निर्माण हुआ, अक्टूबर 2020 में उद्घाटन हुआ लेकिन इस्तेमाल अभी भी नहीं हो रहा है। केयर टेकर की भी तैनात है।

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अधिकारी गांवों को शौच मुक्त का अभियान चला रहे हैं लेकिन लाखों रुपये खर्च निर्मित सामुदायिक शौचालय पर कोई ध्यान नहीं है। भरहरिया गांव के सामुदायिक शौचालय में बिजली की व्यवस्था नहीं है। न ही पानी है। बिजली न होने के कारण सबमर्सिबल नहीं चल पाता लिहाजा पानी के बिना बेकार पड़ा है। केयर टेकर बुलाने पर आईं।

पानी की व्यवस्था नहीं है। इसलिए इसका उपयोग नहीं हो पा रहा है। मानदेय प्रतिमाह छह हजार रुपये मिल रहा है। साफ सफाई के लिए 18 हजार रुपये आए थे। प्रधान को 17 हजार रुपये दे दिए। एक हजार में बाल्टी, झाड़ू की खरीद की। इसका निर्माण पूर्व प्रधान के कार्यकाल में हुआ था।

चिंता देवी , केयर टेकर भरहरिया

स्थानीय लोग बोले 

भरहरिया की शैला देवी, शांति देवी व अशोक समेत अन्य ग्रामीणो का कहना है कि जब इसका निर्माण हुआ तो बहुत खुशी हुई। लेकिन कुछ दिन बाद कहा गया कि पांच रुपये यूजर चार्ज लगेंगे। पैसा देने पर ही इस्तेमाल की छूट दी जाएगी लेकिन चालू नहीं हुआ।

शौचालय का निर्माण पूर्ण हो चुका है। बंद की बात संज्ञान में नहीं है। तत्काल इसकी जांच कराते हैं। बंद होगा तो तुरंत खुलेगा, कमियां भी दूर होंगी।

अशोक पाल, सचिव

गुडिय़ा गांव में टेस्ट के समय ही जल गया सबमर्सिबल पंप

माडल ब्लाक सेवापुरी के गुडिय़ा गांव में छह लाख की लागत से निर्मित सामुदायिक शौचालय का भी कुछ यही हाल है। केयर टेकर नौकरी के तौर पर कुछ देर ताला खोलती हैं, इसके बाद बंद कर घर चली जाती हैं। बताया जा रहा है कि गढ्ढे से कनेक्शन की पाइप टूटा हुआ है। सबमर्सिबल पंप टेस्ट के दौरान ही जल गया। इसके बाद से चालू नहीं हुआ। जिम्मेदारों ने कोई सुधि नहीं ली। स्थल चयन भी गलत जगह हुआ है। पूर्व प्रधान सुरेंद्र कुमार बिंद ने बताया कि ब्लाक के अधिकारियों के प्रेसर में यहां बनाना पड़ा। लोकार्पण अक्टूबर, 2020 में होने के साथ केयर टेकर की तैनाती हो गई थी।

ग्रामीण बोले

ग्रामीण शंकर ने बताया कि शौचालय बनाने के पूर्व स्थान चयन ठीक ढंग से नहीं हुआ। विद्यालय के पास बना होता तो शादी विवाह के दौरान इसका उपयोग होता। यह पैसे की बर्बादी है। शिवकुमारी ने बताया कि घर घर शौचालय बना है। इसका कोई उपयोग ही नहीं है। आसाराम ने बताया कि जब चालू हालत में हो, शौच के समय खुले तो उपयोग हो, जब बंद रहेगा तो इस्तेमाल कैसे होगा।

शौचालय में बिजली कनेक्शन नहीं

माडल ब्लाक के विहड़ा ग्राम पंचायत के सामुदायिक शौचालय का भी कुछ यही हाल है। सामुदायिक शौचालय बना पर बिजली कनेक्शन नहीं लिया गया। एक पखवारा में ताला खुलता है। केयर टेकर उपस्थिति दर्ज कराकर चली जाती हैं। इस शौचालय पर भी लाखों रुपये खर्च हुए।


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