मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट खेलो इंडिया योजना का अभी तक नहीं हो पाया आगाज, बजट का रोड़ा
मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट खेलो इंडिया योजना का अभी तक आगाज नहीं हो पाया है जबकि इसका प्रस्ताव वर्ष 2018 में ही भेजा गया था।
वाराणसी [वंदना सिंह]। मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट खेलो इंडिया योजना का अभी तक आगाज नहीं हो पाया है जबकि इसका प्रस्ताव वर्ष 2018 में ही भेजा गया था। इस योजना के तहत युवा कल्याण के महानिदेशक के नाम ब्लाक स्तर पर मिलने वाली तीन से सात एकड़ निश्शुल्क जमीन में सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक व मल्टी परपज हॉल आदि बनना था। खास यह कि मल्टी परपरज हॉल के लिए जमीन मिल भी गई लेकिन अन्य काम के लिए धन का इंतजार है। खेल को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को कब मुकाम मिलेगा, इसका अनुमान लगाना संभव नहीं है।
ये हैैं ग्राम पंचायतें
प्रांतीय रक्षक दल व युवा कल्याण महानिदेशक को वर्ष 2018 में 11 सितंबर को यह प्रस्ताव भेजा गया था। यही नहीं कुछ ग्राम पंचायतों में मल्टी परपज हॉल के लिए जमीन भी चिह्नित कर ली गई। इसमें काशी विद्यापीठ का कंचनपुर, बड़ागांव का सियरहां, पिंडरा का रामपुर ग्राम पंचायत शामिल है।
रामपुर में मल्टीपरपज हॉल के साथ 400 मीटर रनिंग ट्रैक
रामपुर में मल्टीपरपज हॉल के साथ 400 मीटर रनिंग ट्रैक भी होगा। इसे बनाने में 16 करोड़ 99 लाख की लागत आएगी। सियरहां में नौ करोड़ 69 लाख रुपये और काशी विद्यापीठ ब्लाक में नौ करोड़ 99 लाख खर्च का अनुमान है। काफी समय बीत चुका है। हमें बजट की प्रतीक्षा है। शासन से धन मिलते ही काम तेजी से होगा।
-रमेश प्रताप सिंह, जिला युवा कल्याण एवं प्रादेशिक विकास अधिकारी।
इस तरह किया गया बजट का आवंटन
सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक - सात करोड़
सिंथेटिक हॉकी फील्ड विथ लाइटिंग - छह करोड़।
सिंथेटिक टर्फ फुटबॉल ग्राउंड विथ रनिंग ट्रैक एंड लाइटिंग - सात करोड़।
मल्टीपरपज हॉल जिसमें बैडमिंटन, बालीवाल, जूडो, रेसलिंग, हैंडबाल, कबड्डी की सुविधा - 10 करोड़।
स्वीमिंग पूल - 8 करोड़।
हृयूमन परफारमेंस एंड रिकवरी लेबोरेटरी -10 करोड़।