एक नवंबर से बीएसएनएल शुरू करेगा 4 जी का ट्रायल, सेवाओं को मिलेगी गति
वाराणसी में अगले वर्ष 21 से 23 जनवरी तक पहली बार प्रवासी सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है इससे पूर्व बीएसएनएल अपने सेवाअों को फोर जी की धार देने की तैयारी में है।
वाराणसी (जेएनएन) : गंगा घाटों और मंदिर के नगर के रूप में विश्व विख्यात काशी में अगले वर्ष 21 से 23 जनवरी तक पहली बार प्रवासी सम्मलेन आयोजित हो रहा है। इसमें हिस्सा लेने दुनिया के विभिन्न देशों के सैकड़ों लोगों के आने की उम्मीद है। इसके लिए हर सरकारी विभाग अपने-अपने तरह से योगदान कर रहा है। इन सबको देखते हुए भारत की सरकारी दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) अपनी संचार व्यवस्था को अपटेड करने के लिए 35 करोड़ रुपये खर्च करेगा। बीएसएनएल के प्रधान महाप्रबंधक केपी सिंह ने बताया कि सारनाथ से लेकर गंगा घाट और बीएचयू तक हम लोग 92 वाई-फाई स्पाट लगा रहे हैं।अगले सप्ताह से उपकरण आना शुरू हो जाएंगे। एक नवंबर से हम लोग ट्रायल करना शुरू कर देंगे।
इसके अलावा वाराणसी से इलाहाबाद के बीच भी ऐसी व्यवस्था की जा रही है सिग्नल पूरी तरह से मिले। हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि अतिथियों की कॉल ड्राप न हो और इंटरनेट की स्पीड 20 से 30 एमपीबीएस के बीच हो। कुछ घनी बस्तियों में कई दूरसंचार कंपनियों के टावर लगे रहते हैं ऐसे में इंटरनेट की स्पीड प्रभावित होती है। इंटरनेट की स्पीड के मामले में बीएसएनएल को प्राइवेट दूरसंचार कंपनियों को पछड़ना आसान न होगा। तकनीकी विशेषज्ञ धर्मेद्र सिंह ने रविवार को बताया कि बीएसएनएल के सर्वर से अभी 4 एमबीपीएस की स्पीड निकलती है। वह सेट तक आते-आते और कम हो जाती है। 4 जी में स्पीड 10 से 15 एमबीपीएस होनी चाहिए। ऐसे में बीएसएनएल को हर हालत में इससे ऊपर स्पीड रखनी होगी। इसके अलावा इनके रेट अगर मार्केट की प्रतिस्पर्धा अनुसार नहीं हुए तो पिछड़ जाएंगे।