CAA विरोध : अज्ञात में नाम होने का भय दिखाकर शहरवासियों को लूट रहे दलाल, अब तक दर्जनों लोगों को बना चुके निशाना
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में बीते 16 दिसंबर को शहर में विरोध-प्रदर्शन और उपद्रव क्या हुआ थानों के दलालों की तो लाटरी लग गई है।
मऊ [आशुतोष चतुर्वेदी]। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में बीते 16 दिसंबर को शहर में विरोध-प्रदर्शन और उपद्रव क्या हुआ, थानों के दलालों की तो लाटरी लग गई है। भोलेभाले लोगों के साथ उपद्रव की सौदेबाजी इस हद तक जा पहुंची है कि लोग घरों में ताला लगाकर फरार होने पर विवश हो गए हैं। अज्ञात में नाम होने या डलवा देने का भय दिखाकर दलाल कहीं लोगों को लूट ले रहे हैं तो कहीं इस भय से लोग घर पर ही ताला जड़ कर फरार हो जा रहे हैं।
उपद्रव के बाद दक्षिण टोला थाने एवं शहर कोतवाली में 90 ज्ञात एवं 1150 अज्ञात के खिलाफ शांतिभंग एवं सरकारी संपत्तियों के नुकसान सहित हिंसा करने का मामला दर्ज किया गया। इस मुकदमे ने पुलिस के आस-पास रहकर जीने-खाने वालों को इन दिनों एक नया व्यवसाय दे दिया है। दलालों का यह काकस सुनियोजित तरीके से मुहल्ले-मुहल्ले घूम कर पढऩे-लिखने वाले लड़कों के अभिभावकों को उनके बेटे का नाम भी बलवा में लिखे जाने की जानकारी दे रहा है। इसके बाद मामला ठीक करने की बात कह कर दलाल 10 हजार से 50 हजार रुपये तक की वसूली कर रहे हैं। बवाल के बाद डरे-सहमें और दलालों की दी गई जानकारी से घबराए लोग या तो पैसा देकर सब ठीक कराने में लगे हैं या घर पर ताला जड़कर फरार हो जा रहे हैं। पुलिस या जिला प्रशासन कोई कार्रवाई न कर दे, उनके बेटे का भविष्य न बर्बाद हो, कोई और मुसीबत न गले पड़ जाए, इसे लेकर कोई पीडि़त अपना नाम उजागर नहीं कर रहा है। अपर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि स्पेशल टीम मामले की जांच कर रही है। विवेचना चल रही है। न तो किसी निर्दोष का नाम अज्ञात में जोड़ा जा सकता है और न ही किसी दोषी का नाम निकाला जा सकता है। किसी के बहकावे में आने की जरूरत नहीं है। कार्रवाई के लिए पुलिस के पास कई पुख्ता सबूत हैं।
कुछ यूं लूटे जा रहे हैं लोग
अज्ञात के नाम से दर्ज मुकदमे में पता चला है कि तुम्हारा भी नाम अब दर्ज करने की तैयारी है। पुलिस से मेरी बात हुई है। कुछ पैसे रुपये का इंतजाम समय से हो जाएगा तो तुम्हारा नाम सामने आने से बच जाएगा, नहीं तो आगे की तुम समझना। कुछ यूं लोगों को बेवकूफ बनाकर दलाल डरा और डर का सौदा कर रहे हैं। कई ने तो दलालों की बातों में आकर पैसा भी दे दिया है। कुछ गिरफ्तारी के भय से अपने घर में ताला बंद कर फरार है। ऐसे दलाल मौके को भुनाने के लिए लगातार मुहल्लों में सक्रिय हैं। पूर्व पालिकाध्यक्ष अरशद जमाल ने बताया कि कई परिवारों से ये शिकायतें उनको मिल चुकी हैं।