अब क्या करें छात्र 'हेल्प डेस्क' ही लाचार, अधिकारी तीन वर्ष के अवैतनिक अवकाश पर
यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं सात फरवरी से शुरू हो रहीं हैं लेकिन यहां पर हेल्प डेस्क की मनोवैज्ञानिक छुट्टी पर हैं।
वाराणसी, जेएनएन। यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं सात फरवरी से शुरू हो रही हैं। वहीं परीक्षार्थियों की सहायता के लिए अर्दली बाजार स्थित मंडलीय मनोवैज्ञानिक केंद्र में अब तक 'हेल्प डेस्क' नहीं खुल सका है। यही नहीं इस वर्ष मनोवैज्ञानिकों की टीम भी बच्चों की काउंसिलिंग करने स्कूलों में नहीं गई है जिससे बच्चों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके पीछे मंडलीय मनोवैज्ञानिक केंद्र पर सभी पद रिक्त होना बताया जा रहा है। हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों का तनाव दूर करने के लिए हर वर्ष बोर्ड परीक्षा से पहले मंडलीय मनोवैज्ञानिक केंद्र पर हेल्प डेस्क शुरू किया जाता था।
हेल्प डेस्क का काम परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को तनावमुक्त करना था। इसके लिए मंडलीय मनोवैज्ञानिक की टीम परीक्षार्थियों को तनाव दूर करने का मंत्र देते थे। इसके अलावा मंडलीय वैज्ञानिकों की टीम बच्चों की काउंसिलिंग के लिए स्कूलों में भी जाती थी लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ। इसके पीछे मंडलीय मनोवैज्ञानिक केंद्र में सभी पद रिक्त होना बताया जा रहा है।
वर्तमान में यह केंद्र दो लिपिकों व एक परिचारक के भरोसे चल रहा है। मंडलीय मनोवैज्ञानिक का अतिरिक्त प्रभार एसोसिएट डीआइओएस शिवपूजन द्विवेदी के पास है। सहायक मंडलीय मनोवैज्ञानिक पद पर कार्यरत डा. विनीता तिवारी तीन वर्ष के अवैतनिक अवकाश पर चल रहीं हैं। इसके चलते इस वर्ष स्कूलों में बच्चों की काउंसिलिंग नहीं कराई जा सकी। हेल्प डेस्क शुरू न करने के पीछे भी यही कारण है। हालांकि अगर कोई परीक्षार्थी आवश्यकता समझे तो डीआइओएस कार्यालय में मुझसे संपर्क कर सकता है। -शिवपूजन द्विवेदी, अतिरिक्त प्रभार मंडलीय मनोवैज्ञानिक केंद्र।