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पूर्व सरकार के मंत्री को भदोही में गिफ्ट हुई थी लग्जरी इनोवा गाड़ी

भदोही में मंत्री की खुशामद करने के लिए बीडा ने इनोवा कार तो दी ही साथ ही गाड़ी में तेल भी भराते रहे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 Aug 2018 08:10 AM (IST)Updated: Sun, 19 Aug 2018 08:10 AM (IST)
पूर्व सरकार के मंत्री को भदोही में गिफ्ट हुई थी लग्जरी इनोवा गाड़ी
पूर्व सरकार के मंत्री को भदोही में गिफ्ट हुई थी लग्जरी इनोवा गाड़ी

स्वाधीन तिवारी, ज्ञानपुर (भदोही) : मंत्रियों या सत्तापक्ष के विधायकों की खुशामद करने का अवसर नौकरशाह बिल्कुल नहीं खोना चाहते हैं। कुछ ऐसा ही कर दिखाया था भदोही विकास प्राधिकरण के तत्कालीन अधिकारियों ने। कालीन नगरी के विकास के लिए मिले धन से जमीनी स्तर पर भले ही विकास कार्य न दिख रहा हो, लेकिन प्राधिकरण के बजट से गाड़ी खरीद कर प्रदेश में पूर्ववर्ती सपा सरकार के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सूक्ष्म लघु एवं निर्यात प्रोत्साहन भगवतशरण गंगवार को सौंप दी गई थी। इतना ही नहीं आवंटित वाहन के ईधन का खर्च भी प्राधिकरण से ही भेजा जा रहा था।

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दरअसल, कालीन नगरी के विकास के लिए वर्ष 1981 में भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण का गठन किया गया था। तब से अब तक विकास के नाम पर फाइल और प्रस्ताव तो तैयार किए गए, लेकिन नाम बड़े और दर्शन छोटे की तर्ज पर सब कुछ आलमारियों तक ही सिमटकर रह गए। प्राधिकरण के अधिकारी और इंजीनियर तो लाल हो गए लेकिन विकास से कालीन नगरी अछूती ही रह गई। ऐसा होता भी क्यों न जब विकास के मद में आए लाखों रुपये मंत्रियों की खुशामद में लुटा दिए जाय। जब ऐसी ही कुछ गड़बड़ी की आशंका जिले के संसारापुर गांव निवासी विभूति नारायण दुबे को हुई तो उन्होंने भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण के जन सूचना अधिकारी से वाहनों के संबंध में जानकारी मांगी गई थी। तत्कालीन वाहन प्रभारी नंदलाल राम ने 15 दिसंबर 2014 में विभाग में क्रय किए गए चार पहिया वाहनों की जानकारी दी। इसमें वाहन पंजीकरण संख्या यूपी 66 जी 0137 इनोवा कार को तत्कालीन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार सूक्ष्म लघु उद्यम एवं निर्यात प्रोत्साहन उत्तर प्रदेश लखनऊ को आवंटित बताया गया है। वहीं ईधन आदि का व्यय भी बीडा से ही किया जा रहा है। कब और कितने में खरीदा गया वाहन

भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण की ओर से 23 सितंबर 2014 को यूपी 66 जी 0135 इनोवा कार खरीदी गई थी। बीडा से ही इसकी कीमत 12 लाख 35 हजार 464 रुपये का भुगतान किया गया था। यही नहीं इस वाहन का रजिस्ट्रेशन भी बीडा भदोही के नाम है। मामले की तत्समय ही आवेदक की ओर से लोकायुक्त से शिकायत कर कार्रवाई की मांग भी की गई थी। हालांकि शिकायत पर कार्रवाई अभी तक लंबित है।


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