दिव्यांग बच्चों को आत्मनिर्भर बनाएगा बीएचयू, अस्पताल में बनेगा पीएमआर वार्ड
बीएचयू में दिव्यांग बच्चों काे आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा और काउंसिलिंग की जाएगी ताकि उनको दूसरों पर बहुत अधिक निर्भर नहीं होना पड़े।
वाराणसी [मुकेश चंद्र श्रीवास्तव] । ब्रेन संबंधी बीमारियों के कारण दिव्यांग हुए बच्चों का अब और भी बेहतर उपचार किया जाएगा। उनको आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा और काउंसिलिंग की जाएगी ताकि उनको दूसरों पर बहुत अधिक निर्भर नहीं होना पड़े। इसके लिए बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में पीएमआर (फिजिकल मेडिसिन रिहैबिलिटेशन) वार्ड बनेगा।
बीएचयू के एसएस अस्पताल से हड्डी वार्ड एवं उसकी ओपीडी को ट्रामा सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया है वहीं केंद्र सरकार की मंशा है कि मस्तिष्क संबंधी या अनुवांशिकी बीमारियों से दिव्यांग बच्चों का बेहतर उपचार हो सके। खासकर पोलियो आदि समस्या से ग्रसित बच्चों का। चिकित्सा अधीक्षक प्रो. वीएन मिश्र व हड्डी रोग विभाग के अध्यक्ष प्रो. एके राय की पहल पर यह वार्ड बनने जा रहा है। इसके लिए स्थल का भी चयन कर लिया गया है। प्रो. राय ने बताया कि 10 बेड का यह वार्ड आयुर्वेद विंग के महिला वार्ड के साथ बनेगा। एमएस प्रो. मिश्र ने बताया कि पीएमआर वार्ड अगले माह से शुरू कर दिया जाएगा। प्रो. मिश्र ने बताया कि इस वार्ड में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की आर से दिव्यांग बच्चों को कृत्रिम जूते भी मुहैया कराए जाएंगे।
बीएचयू अस्पताल में लगेगा वाटर एटीएम : एमएस ने बताया कि अस्पताल में सुविधाएं बढ़ाने के क्रम में यहां पर वाटर एटीएम भी लगाया जाएगा ताकि मरीजों या उनके तीमारदारों को महंगे पेयजल के लिए भागदौड़ करने की जरूरत नहीं पड़े। प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके अलावा एचडीएफसी बैंक की ओर से आनलाइन पर्ची सेवा शुरू होने वाली है।