BHU में 17 फरवरी से छात्रावास और 22 से आफलाइन और आनलाइन कक्षाओं की शुरुआत
बीएचयू के छात्रावास 17 फरवरी को अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए पूरी तरह से खुल रहे हैं। वहीं 22 फरवरी से हाइब्रिड मोड में यानी आफलाइन और आनलाइन दोनों तरह से कक्षाएं चलेंगी। सभी अध्यापक शत-फीसद उपस्थित हों यह भी विवि प्रशासन द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा।
वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू के छात्रावास 17 फरवरी को अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए पूरी तरह से खुल रहे हैं। वहीं, 22 फरवरी से हाइब्रिड मोड में यानी आफलाइन और आनलाइन दोनों तरह से कक्षाएं चलेंगी। सभी अध्यापक शत-फीसद उपस्थित हों यह भी विवि प्रशासन द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा। कक्षाएं चलने की टाइम टेबल जल्द ही वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाएंगी। विवि प्रशासन ने विगत दिनों छात्रों की मांग और सुझाव को देखते हुए बीएचयू को चरणबद्ध तौर पर खोलने की सहमति बन गई है।
इसको लेकर शुक्रवार की शाम को बीएचयू के कुलपति प्रो. राकेश भटनागर, कुलसचिव डा. नीरज त्रिपाठी, छात्र अधिष्ठाता प्रो. एम के सिंह, चीफ प्राक्टर प्रो. आनंद चौधरी और सभी संस्थानों के निदेशकों और संकाय प्रमुखों की एक बैठक हुई, जिसमें विश्वविद्यालय को पुन: खोलने पर सहमति बनी है। छात्रावासों में इस समय सैनिटाइजेशन जोरों पर है, जिसके 17 फरवरी से पहले पूरा हो जाने की उम्मीद है। सेंट्रल लाइब्रेरी में छात्रों की सीटिंग व्यवस्था को 150 से बढ़ाकर 200 कर दिया गया है। इससे छात्रों को पढ़ाई करने में भी सहूलियत होगी। छात्रावासों में प्रवेश से पहले छात्रों से एक नो आब्जेक्शन सर्टिफिकेट भी लिया जाएगा। इसके अलावा परिसर में बंद दुकानों को भी यथाशीघ्र खोलने पर सहमति बनी है।
बीएचयू में तीन जगहों पर छात्रों ने दिया धरना
बीएचयू को पूर्णत: खोलने को लेकर छात्रों के कई दल परिसर भर में कई जगह धरने पर बैठे। आफलाइन कक्षा, शत-फीसद लाइब्रेरी और हास्टल खोलने को लेकर छात्र वीसी लाज और सेंट्रल आफिस के बाहर धरना के साथ छात्रों ने जमकर नारेबाजी की। वीसी लाज के बाहर आवागमन बंद कर दिया गया और करीब पचास छात्रों नारे लगाते हुए पठन-पाठन शुरू करने की मांग उठाई। देर शाम को आश्वासन मिला तब जाकर छात्रों ने धरना खत्म कर दिया। सेंट्रल आफिस के बाहर एबीवीपी के छात्रों ने विवि खोलने की मांग पर तालेबंदी कर दी। इसके बाद वहां पहुंचे कुलपति प्रो. राकेश भटनागर को छात्रों ने घेर कर अपनी मांगे बताई। इस बीच काफी वाद-विवाद की भी स्थिति बन गई, हालांकि सुरक्षाकर्मियों मौजूद रहे और छात्रों ने भी केवल अपनी मांगे ही मजबूती से रखी।
इसके बाद प्रो. राकेश भटनागर को पांच सूत्रीय ज्ञापन भी सौंपा। छात्रों ने विभागों की लाइब्रेरी, कैंटीन और छात्रावास को तत्काल प्रभाव से खोलने की मांग की। छात्रों में मृत्युंजय तिवारी, अभिषेक कुमार सिंह, दुष्यंत चंद्रवंशी शुभम तिवारी समेत दर्जनों छात्र थे।