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बीएचयू में होगी ओपेन बुक सिस्टम से ऑनलाइन परीक्षा, अंतिम वर्ष के छात्रों की सेमेस्टर परीक्षाएं 13 मई से

बीएचयू में इस साल भी सेमेस्टर परीक्षाएं ऑनलाइन ही आयोजित कराए जाने की तैयारी है। विवि प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि संक्रमण बढ़ते जा रहा है इसलिए ऑफलाइन की बजाय ऑनलाइन परीक्षा ही कराया जाएगा। अंतिम वर्ष के छात्रों की सेमेस्टर परीक्षाएं 13 मई से शुरू होंगी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Wed, 24 Mar 2021 10:07 PM (IST)Updated: Wed, 24 Mar 2021 10:07 PM (IST)
बीएचयू में होगी ओपेन बुक सिस्टम से ऑनलाइन परीक्षा, अंतिम वर्ष के छात्रों की सेमेस्टर परीक्षाएं 13 मई से
बीएचयू में इस साल भी सेमेस्टर परीक्षाएं ऑनलाइन ही आयोजित कराए जाने की तैयारी है।

वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू में इस साल भी सेमेस्टर परीक्षाएं ऑनलाइन ही आयोजित कराए जाने की तैयारी है। विवि प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि संक्रमण बढ़ते जा रहा है, इसलिए ऑफलाइन की बजाय ऑनलाइन परीक्षा ही कराया जाएगा। सभी छात्र पिछले साल की सेमेस्टर परीक्षा की ओपेन बुक एग्जाम (ओबीई) की तर्ज पर ही परीक्षा देंगे। इसके साथ ही सभी छात्रों को घर भेजने की तैयारी चल रही है। कहा जा रहा है कि सभी छात्र घर चले गए और वहीं से ऑनलाइन क्लास करें। बीएचयू के एकेडमिक कैलेंडर 2020-21 के अनुसार अंतिम वर्ष के छात्रों की सेमेस्टर परीक्षाएं 13 मई से शुरू होंगी, जिसको देखते हुए पाठ्यक्रम तेजी से पूरा कराने का दबाव है। वहीं स्नातक के दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा एक जुलाई और परास्नातक की 19 जून से शुरू होगी।

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ओबीई में इस तरह देनी होगी परीक्षा

इस ओबीई में बीएचयू ऑनलाइन पोर्टल पर लॉगिन करने के बाद प्रश्नपत्र डाउनलोड किया जा सकेगा। इसके बाद हाथ से लिखी उत्तर पुस्तिका को स्कैन करके चार घंटे के अंदर पोर्टल पर अपलोड कर देना होगा। वहीं जिन छात्रों के पास कंप्यूटर व इंटरनेट की सुविधा नहीं है तो वे जगह-जगह खुले सीएससी कामन सर्विस सेंटर में जाकर निश्शुल्क परीक्षा दे सकेंगे। इसके अलावा बीएचयू परीक्षा से कुछ दिन पहले तक इसका एक मॉक इंटरव्यू भी कराएगा, ताकि वे इस परीक्षा में कहीं गड़बड़ी न करें।

क्रिएटिव आइडिया को मिलेगा मुकम्मल प्रोडक्ट का स्वरूप

आइआइटी-बीएचयू में प्रिसीजन इंजीनियरिंग हब का बुधवार को उद्घाटन किया गया। यह हब किसी क्रिएटिव आइडिया को मुकम्मल प्रोडक्ट का स्वरूप देने में मदद करेगा। एक कक्ष में शोध और उद्यमिता के अनुसार उत्पादन का उचित माहौल उपलब्ध कराया जाएगा।

चार चरणों में बंटा हुआ यह हब 24 घंटे तक कार्य करता है। पहला चरण क्रिएटिव प्लेस का हैं जहां नए विचारों का डिजाइन तैयार किया जाएगा। दूसरे चरण में उस डिजाइन को कंप्यूटर में मॉडलिंग व सिमुलेशन से डिजिटल आकार दिया जाएगा। तीसरे चरण टूल रूम प्लेस में डिजिटल आकार की थ्रीडी प्रिंटिंग द्वारा प्रोटोटाइप बनाना और चौथा चरण उत्पाद डिजाइन और विकास का होगा। यहां पर प्रोटोटाइप को वास्तविक रूप देकर उत्पाद को अंतिम रूप से तैयार किया जाएगा। निदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने बताया कि इस हब का मुख्य उद्देश्य शोध द्वारा विकसित नए आइडिया को एक उत्पाद के रूप में तैयार करना और नए औद्योगिक-प्रौद्योगिकी आयामों के विकास में सहयोग देना है। इसके सहयोग से नए प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाएंगे, वहीं संस्थान के छात्रों, शिक्षकों व आस-पास की इंडस्ट्रीज को भी सहयोग देना है। इस हब को डिफेंस कॉरिडोर, अभिकल्प नवप्रवर्तन केंद्र और प्रौद्योगिकी नवप्रवर्र्तन हब द्वारा सहायता प्राप्त है।


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