आइआइटी-बीएचयू के दीक्षा समारोह में मेडल व उपाधि पाकर दमके मेधाओं के चेहरे
बीएचयू के सातवें दीक्षा समारोह में आज 50 मेधावियों को गोल्ड मेडल दिया जा रहा है, कुल 1191 मेधावियों को स्वतंत्रता भवन में उपाधि देने की तैयारी जारी है।
वाराणसी, जेएनएन । किसी के गले में सोना दमके इससे बड़ी खुशी क्या है। वह भी जब मंच से मुख्य अतिथि के हाथों गोल्ड व सिल्वर मेडल के साथ उपाधि मिले। ऐसे में चेहरे पर भी चमक तो आएगी ही। कुछ ऐसे भाव थे शनिवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बीएचयू के सातवें दीक्षा समारोह में स्वर्ण एवं रजत पदक पाने मेधावियों के चेहरे पर। स्वतंत्रता भवन में आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि डीआरडीओ के अध्यक्ष डा. जी. सतीश रेड्डी ने बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को मेडल एवं उपाधियां थी।
इस साल 50 स्नातकों को 78 गोल्ड मेडल व दो को सिल्वर मेडल दिए जाने के लिए चयनित किया गया था। साथ ही अबकी पहली बार प्रेसिडेंट मेडल दिया गया। साथ ही इस सबसे अधिक 118 शोधछात्रों को पीएचडी अवार्ड दिया दिया गया। जो पिछली बार से करीब 50 फीसद ज्यादा था। 120 शोध छात्रों को विभिन्न उपाधियों से सम्मानित किया गया। विविध पाठ्यक्रमों में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले कुल 50 स्नातक छात्र-छात्राओं को 76 स्वर्ण पदक और दो रजत पदक दिए गए। इसमें बीटेक/बीफार्मा में 17 छात्रों को 43, आईडीडी/आइएमडी में 14 छात्रों को 14 और एमटेक/एम.फार्मा में 17 छात्रों को 19 स्वर्ण पदक, जबकि दो छात्रों को रजत पदक से सम्मानित किया गया। 50 पदक विजेताओं में 16 छात्राओं को स्वर्ण पदक और एक छात्रा ने सिल्वर पदक दिया गया।
बलिया के राम पर प्रेसिडेंट सहित 14 मेडल : बलिया जिले के नगरा स्थित लहसनी गांव निवासी रामपाल सिंह को आइआइटी, बीएचयू के सातवें दीक्षा समारोह में एक, दो या तीन ही नहीं बल्कि सोने की जमकर बारिश हुई। शनिवार को स्वतंत्रता भवन में जब उनके गले में 14 मेडल पहनाए गए तो मानों सोने की बारिश हो रही हो। राम को यह सम्मान बीटेक में 9.80 सीपीआइ प्राप्त करने पर मिला। इसी आधार पर उनको 20 पाठ्यक्रमों में सबसे उच्च ग्रेड 'ए' दिया गया है। साथ ही चार वर्ष के प्रोग्राम के दौरान 16 पाठ्यक्रमों में 16 'ए' ग्रेड मिला है। वहीं इस बार केमिकल इंजीनियरिंग के मानस सिन्हा और इलेक्ट्रिकल इंजीनियङ्क्षरग के अंकुश बंसल को सात-सात मेडल मिला। इसके साथ ही मुंबई अंधेरी ईस्ट के अमोद हेगड़े को डायरेक्टर अवार्ड मिला। डायरेक्टर मेडल पाने वाले अमोद ने बीटेक में 9.39 सीपीआइ प्राप्त किया है। अमोद वॉलीबाल टीम के कप्तान भी रह चुके हैं, जिसकी अगुवाई में टीम ने इंटर आइआइटी स्पोट्र्स मीट 2016 में रजत पदक जीता था।
इनके नाम गोल्ड व सिल्वर मेडल : अनुभा जोशी, भावना वर्मानी, शैलेंद्र कुमार सिंह, शुभी गुप्ता, राहुल वर्मा, आकृति मिश्र, प्रिया कुमारी, जयदीप बानिक मजूमदार, सुचित पांडेय, कृष्णकांत दुबे, अरुण चंद, संदीप, बलजींदर कुमार बधान, गीतम सिंह, जय सिंह, अमिताभ कुमार सिंह, स्मृति गुप्ता, नमन कत्याल, अभिनव गुप्ता, मनुज कुमार सिंह, कार्तिकेय गुप्ता, अभिनव डीआरपी, लक्ष्य नरूला, सैयद काजिम अब्बास, असीम गोसैन, इशिता व्यास, इशिता व्यास, कर्तिका आहूजा, वर्निका वाजपेयी, अभाष शिखर, जूही सिंह, वीरेंद्र त्यागी, मानस सिन्हा, प्रखर दूरवार, तान्या मौर्या, अमन गुप्ता, श्रेया पांडेय, शुभम चौधरी, इशा अग्रवाल, अंकुश बंसल, राशि चंडोला, रामपाल सिंह, मीनल बहेती, थैकर पार्थ परेश, सृष्टि शुक्ला, अनित्य गुप्ता, स्वाती राय, धीरज कुमार महतो, मोहित गुप्ता, रजनीश कुमार, आकाश चौरसिया, जैल अली, अमोद हेगड़े।
मेडल व उपाधि पाने वाले मेधावियों की संख्या
655 : विद्यार्थियों को बीटेक व बीफार्मा की उपाधि
201 : विद्यार्थियों को आइडीडी व आइएमडी की उपाधि
215 : विद्यार्थियों को एमटेक व एमफार्मा की उपाधि
118 : शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि