बीएचयू अस्पताल में शव अदला-बदली मामले में जांच समिति गठित, तीन दिन में रिपोर्ट सौंपेंगे
बीएचयू अस्पताल में लापरवाही के कारण शव के अदला-बदली के मामले में अस्पताल प्रशासन ने बुधवार की देर शाम एक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित की है।
वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू अस्पताल में लापरवाही के कारण शव के अदला-बदली के मामले में अस्पताल प्रशासन ने बुधवार की देर शाम एक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित की है। कमेटी से तीन के अंदर जांच रिपोर्ट मांगी गई है। शव के अदला-बदला का मामला दोपहर में ही आग की तरह फैल गया। बावजूद इसके अस्पताल एवं बीएचयू कोई कार्रवाई करने की बजाय शाम शाम तक दबाने में लगा। जब मामला ज्यादा तूल पकड़ लिया तो अस्पताल प्रशासन की ओर से सफाई जारी की गई। इसमें बीएचयू के पीआरओ के माध्यम से अस्पताल प्रशासन ने यह नहीं किया कि दूसरे के शव के दूसरे के परिजनों को दे दिया गया। उल्टे परिजनों पर ही आरोप मढ़ कर कहा जा रहा है कि मरीजों के परिजनों द्वारा ही दूसरे का शव प्राप्त कर लिया गया। खैर, दबाव ही सही प्रशासन ने कार्डियोलॉजी विभाग, चिकित्सा विज्ञान संस्थान के अध्यक्ष डा. धर्मेंद्र जैन की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर दी है। इसमें जनरल सर्जरी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. विवेक श्रीवास्तव को सदस्य एवं सर सुंदरलाल अस्पताल के पदेन असिस्टेंट प्रोफेसर को सदस्य सचिव बनाया गया है।
घटना की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई
पूरी कार्रवाई के बाद दोनों शवों को अलग-अलग स्थानों पर एक ही प्रकार के बॉडी बैंग में शवगृह रख दिया गया था। इसके बाद परिजन दूसरे का शव लेकर चले गए। इस घटना की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
- प्रो. एसके माथुर, चिकित्सा अधीक्षक, सर सुंदरलाल अस्पताल, बीएचयू
बीएचयू अस्पताल की यह सबसे घोर लापरवाही
अब तक चली आ रही लापरवाही से बीएचयू अस्पताल की यह सबसे घोर लापरवाही है। हमारे बड़े पिताजी केशव चंद्र श्रीवास्तव के शव को दूसरे को सौंप दिया गया। इसके कारण उनका अंतिम दर्शन भी नहीं हो पाया और नहीं हम सब उनका अंतिम संस्कार ही कर पाए। इस मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। हमारी तरह से भी मुकदमा कराया जाएगा।
- मधुकर चित्रांश, भाजपा महानगर के उपाध्यक्ष एवं केशव चंद्र श्रीवास्तव के भाई के पुत्र