जर्मनी में चमकेगी भदोही की कालीन, उम्मीद की रथ पर सवार अंतरराष्ट्रीय कालीन मेला डोमोटेक्स की तैयारी शुरू
जर्मनी के हनोवर में 10 जनवरी से लगने वाले चार दिवसीय डोटोटेक्स कालीन मेले में भागीदारी को भदोही ने दस्तक दे दी है।
भदोही [कैसर परवेज]। जर्मनी के हनोवर में 10 जनवरी से लगने वाले चार दिवसीय डोटोटेक्स कालीन मेले में भागीदारी को भदोही ने दस्तक दे दी है। आर्डर हासिल कर मंदी के दौर से गुजर रहे कालीन उद्योग को उबारने के लिए निर्यातकों ने जहां 110 स्टालों की बुकिंग करा ली है तो बदलते परिवेश में ग्राहकों के बदले मन मिजाज को भांपकर नई वेरायटीज के उत्पादों को परोसने की तैयारी भी शुरू कर दी है। पिछले दिनों वाराणसी में सम्पन्न इंडिया कारपेट एक्सपो से मिली निराशा के बाद निर्यातकों को अब डोमोटेक्स से उम्मीद लगी है।
लगते हैं 150 स्टाल
अंतरराष्ट्रीय डोमोटेक्स कालीन मेले कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) के माध्यम से 150 निर्यातक स्टाल लगाते हैं। जबकि दस से 12 निर्यातक स्वतंत्र रूप से मेले में भागीदारी करते हैं। सीईपीसी के जरिए 110 लोगों ने स्टाल बुक कराया है। बुकिंग प्रक्रिया अभी जारी है।
व्यवसाय सृजन की रहती है उम्मीद
जर्मनी के हनोवर शहर में आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय कालीन मेले डोमोटेक्स से कालीन उद्यमियों को व्यवसाय सृजन की काफी उम्मीदें रहती हैं। मेले में विश्व के विभिन्न देशों के निर्यातक जहां अपने उत्पादों के साथ भागीदारी करते हैं तो आयातकों में भी व्यापक उत्साह देखा जाता है। मेले में लगभग हर वर्ष भागीदारी करने वाले ग्लोबल ओवरसीज के संजय गुप्ता का कहना है कि बदलते परिवेश के साथ बाजार का मिजाज भी बदला है। आयातकों की रूचि में व्यापक परिवर्तन आया है। नई वेराइटीज के उत्पादों को पसंद किया जाता है। बाजार की पसंद के अनुसार जिन्होंने सेंपल तैयार कराया है उन्हें निराश नहीं होना पड़ेगा। बताया कि हर बार की तरह उन्होंने इस बार भी कुछ अलग करने का प्रयास किया है। हालांकि इसका खुलासा वह मेले में ही करेंगे।
भदोही की होती है 70 फीसद भागीदारी
सीईपीसी के वरिष्ठ प्रशासनिक सदस्य उमेश कुमार गुप्ता मुन्ना ने बताया कि डोमोटेक्स मेले में देश के विभिन्न स्थानों भाग लेने वाले उद्यमियों में 70 फीसद भागीदारी भदोही-मीरजापुर परिक्षेत्र की होती है। मेले की तैयारी शुरू हो चुकी है।