सावधान, पाकिस्तान से हैक हो रही फेसबुक आईडी, यूजर संचालक परेशान, पुलिस भी हैरान
अगर आप फेसबुक यूजर है तो सावधान हो जाइए और फेसबुक की सेटिंग में अनेक सिक्यूरिटी लगाइए नहीं तो आपका फेसबुक आईडी हैक होते देर नहीं लगेगी।
बलिया, जेएनएन। अगर आप फेसबुक यूजर है तो सावधान हो जाइए और फेसबुक की सेटिंग में अनेक सिक्यूरिटी लगाइए, नहीं तो आपका फेसबुक आईडी हैक होते देर नहीं लगेगी। बिल्थरारोड के बहोरवां निवासी शाहिद की फेसबुक आईडी पिछले दो दिन पूर्व अचानक हैक हुई तो 6 जनवरी की सुबह आठ बजे उसका प्रोफाइल पिक्चर बदल गया और फेसबुक लोकेशन भी पेशावर पाकिस्तान कर दिया गया। अन्य लोगों ने जब शाहिद को उसके फेसबुक पर पाकिस्तान का लोकेशन संबंधित जानकारी दी तो फेसबुक यूजर परेशान हो गया और इसकी सूचना तत्काल पुलिस प्रशासन को दी। पुलिस भी हैरान है कि आखिर एक साधारण युवक की फेसबुक आईडी आखिर क्यूं व कैसे हैक हुआ। इधर शाहिद ने बताया कि उसके मोबाइल से उसका फेसबुक खुल ही नहीं रहा है। जबकि दूसरे साथी के मोबाइल में उसके फेसबुक आईडी पर किसी दूसरे डबल युवक का फोटो है और रहने वाला पेशावर पाकिस्तान बता रहा है।
फेसबुक यूजर की शिकायत की जांच की जा रही
उभांव इंस्पेक्टर योगेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि फेसबुक यूजर की शिकायत की जांच की जा रही है। साइबर सेल पुलिस की मदद से जल्द रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी। बताया कि साइबर सेल लखनऊ से आनलाइन रिपोर्ट आने एवं आईडी बंद कराने के बाद कार्रवाई में अधिकतम एक सप्ताह का समय लग सकता है।
नास्तिक विनय कुमार की फेसबुक आईडी भी बनी पहेली
अभिव्यक्ति की आजादी का सबसे बड़ा प्लेटफार्म बना फेसबुक अक्सर विवादों के लिए भी चर्चित रहा है। बिल्थरारोड में नास्तिक विनय कुमार (पहले विनय कुमार नास्तिक) पुलिस व क्षेत्रवासियों के लिए पिछले करीब तीन वर्ष से रहस्य बना हुआ है। इसके संचालक की तलाश में पूरा पुलिस महकमा भी लगा रहा किंतु अब तक इसका कोई पता नहीं चल सका। इस फेसबुक आईडी का भी लोकेशन कभी न्यूयार्क तो कभी वाशिंगटन आदि विदेशी स्थलों के नाम से बदलता रहा है किंतु इस आईडी से फेसबुक पर भारतीय घटनाक्रम खासकर मुसलमानों के कट्टरता व बिल्थरारोड के क्षेत्रीय घटनाओं पर अक्सर तीखी व आपत्तिजनक टिप्पणी होता रहा है। पुलिस ने इस आईडी की जांच हेतु सितंबर 2019 में कुछ युवाओं को हिरासत में भी लिया था और घंटों पूछताछ की किंतु अब तक उक्त फर्जी फेसबुक आईडी पर रोक लगना तो दूर इसकी पहचान तक नहीं हो सका।