एमएलसी बनकर वाराणसी के चिरईगांव के बीइओ को धमकाना पड़ा महंगा, गाजीपुर का सहायक अध्यापक निलंबित
एक महिला शिक्षक की पैरवी में पूर्व एमएलसी शिवनाथ यादव बनकर फोन से बनारस के चिरईगांव के बीइओ रामटहल को धमकाना गाजीपुर के शिक्षक रामअवतार को महंगा पड़ा।
गाजीपुर, जेएनएन। एक महिला शिक्षक की पैरवी में पूर्व एमएलसी शिवनाथ यादव बनकर फोन से बनारस के चिरईगांव के बीइओ रामटहल को धमकाना गाजीपुर के शिक्षक रामअवतार यादव को महंगा पड़ा। जांच-पड़ताल में सच खुलने के बाद उक्त शिक्षक के खिलाफ कैंट वाराणसी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। वहीं वाराणसी बीएसए राकेश ङ्क्षसह के पत्र का संज्ञान लेते हुए गाजीपुर बीएसए श्रवण कुमार ने उसे निलंबित भी कर दिया है। यह प्रकरण वाराणसी व गाजीपुर दोनों जगह चर्चा का विषय बना हुआ है।
पिछले 26 जुलाई को चिरईगांव के बीइओ रामटहल को एक अनजान नंबर से फोन आया। उसने अपना परिचय पूर्व एमएलसी शिवनाथ यादव के रूप में दी और बनारस में ही किसी परिषदीय विद्यालय में तैनात एक महिला शिक्षक को परेशान न करने की नसीहत दी। यही नहीं, बात न मानने पर पूर्व एमएलसी की धौंस जमाते हुए बीइओ को धमकी भी दी। बीइओ ने इसकी शिकायत अपने उच्चाधिकारियों से की। मामला पुलिस तक पहुंचा। जांच-पड़ताल में सामने आया कि वह मोबाइल नंबर पूर्व माध्यमिक विद्यालय मसूदपुर ब्लाक सैदपुर गाजीपुर में बतौर सहायक अध्यापक तैनात रामअवतार यादव का है। इसके बाद चिरईगांव बीइओ ने रामअवतार यादव के खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कराया। इस प्रकरण का पत्र वाराणसी बीएसए ने गाजीपुर बीएसए को भेजा, जिसके क्रम में बीएसए ने सहायक अध्यापक रामअवतार यादव को निलंबित कर दिया। यही नहीं, पूरे प्रकरण की जांच के लिए देवकली के बीइओ राजेश यादव को जिम्मेदारी सौंपी है।
होगी कड़ी कार्रवाई, प्रथम दृष्टया उक्त शिक्षक को दोषी पाते हुए निलंबित कर दिया गया
वाराणसी बीएसए के पत्र द्वारा यह प्रकरण संज्ञान में आया है। प्रथम दृष्टया उक्त शिक्षक को दोषी पाते हुए निलंबित कर दिया गया है। इसकी जांच के लिए देवकली के बीइओ राजेश यादव को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। दो सप्ताह में उनसे रिपोर्ट मांगी गई है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
- श्रवण कुमार, बीएसए गाजीपुर।