Bed Study Table की फर्नीचर बाजार में बूम, वर्क फ्राम होम व आॅनलाइन शिक्षा के दौर मांग ज्यादा
दैवीय आपदा बन चुके कोरोना को भी लोग अवसर में बदलने लगे हैं। फर्नीचर बाजार को बेड स्टडी टेबल की डिमांड में आई उछाल ने बाजार को संजीवनी दे दी है
आजमगढ़, जेएनएन। दैवीय आपदा बन चुके कोरोना को भी लोग अवसर में बदलने लगे हैं। फर्नीचर बाजार को बेड एवं स्टडी टेबल की डिमांड में आई उछाल ने बाजार को संजीवनी दे दी है। इसके पीछे कोरोना काल में वर्क फ्राम होम (घर से काम करना) एवं आनलाइन पढ़ाई की बढ़ती प्रवृत्ति है। इससे टेंट का समान बनाने वाली फैक्ट्रियों में भी काम शुरू हो गए हैं।
बेड टेबल की ज्यादा डिमांड
बेड टेबल का उपयोग लॅपटॉप रखने के लिए किया जाता है। बिस्तर पर बैठकर इत्मीनान से काम करने को लोग ज्यादा तरजीह दे रहे हैं। इसमें बच्चे, बड़े सभी शामिल हैं। बच्चे आनलाइन पढ़ाई कर रहे तो बड़े अपने कारोबार से जुड़ी गतिविधियां संचालित कर रहे हैं। मोबाइल पर आंखों को हो रही परेशानी के कारण लैपटॉप एवं टेबलेट को ज्यादा तवज्जो दी जा रही है। जिसके लिए बेड टेबल मुफीद है, जबकि इसके अनुपात में कम स्टडी टेबल की मांग थोड़ी कम है।
अनलाॅक चार में दिया ज्यादा अवसर
यूं तो देश में कोरोना के फैलने की रफ्तार बढ़ी है। एक दिन में 75 से 80 हजार तक लोग संक्रमित हो रहे हैं। लेकिन सरकार की हिम्मत संक्रमितों के ठीक होने की दर में आई बढ़ोत्तरी ने बढ़ाई है। सरकार ने अनलाक चार में आर्थिक गतिविधियां तेज करने को रियायतें दी हैं। कोरोना से खुद को बचाते हुए काम करने की अनुमति दी है। इसके बाद बढ़ी वर्क फ्रॉम होम एवं आनलाइन शिक्षा की प्रवृत्ति ने आपदा को अवसर में बदलने की राह दिखाई है।
बेड स्टडी टेबल की बढ़ती डिमांड के तहत हमने बाजार को टटोला उद्योग को संजीवनी मिली
टेंट कारोबार ठप होने से फैक्ट्री का पहिया थम गया था क्यों कि वैवाहिक समेत कई तरह के आयोजन बंद है। इस बीच बेड एवं स्टडी टेबल की बढ़ती डिमांड के तहत हमने बाजार को टटोला उद्योग को संजीवनी मिली। दोनों ही उत्पादों की जबरस्त डिमांड बाजार में है।
- विनय कुमार श्रीवास्तव, उद्यमी।