बेसिक शिक्षा विभाग ने परिषदीय विद्यालयों में अगले आदेश तक परीक्षा व टेस्ट पर लगा दी है रोक
बेसिक शिक्षा विभाग ने परिषदीय विद्यालयों में अगले आदेश तक परीक्षा व टेस्ट पर रोक लगा दी है। इसके पीछे स्कूल आ रहे बच्चों पर पढ़ाई का बोझ डालने की जगह सहज वातावरण बनाना है। शिक्षकों को बच्चों के साथ खेल गतिविधियां कराने के निर्देश दिए गए हैं।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। बेसिक शिक्षा विभाग ने परिषदीय विद्यालयों में अगले आदेश तक परीक्षा व टेस्ट पर रोक लगा दी है। इसके पीछे स्कूल आ रहे बच्चों पर पढ़ाई का बोझ डालने की जगह सहज वातावरण बनाना है। शिक्षकों को बच्चों के साथ खेल गतिविधियां कराने के निर्देश दिए गए हैं।
दरअसल, वर्तमान शैक्षणिक सत्र में करीब पांच माह की पढ़ाई कोरोना महामारी की भेंट चढ़ गई। वहीं सत्र 2020-21 में भी इसी प्रकार करीब छह माह से अधिक पठन-पाठन प्रभावित रहा। बहरहाल अब प्राथमिक से लगायत विश्वविद्यालय तक खुल चुके हैं और पठन-पाठन भी पटरी पर लौट आई है। इसके बावजूद करीब 30 फीसद विद्यार्थी अब भी माध्यमिक व प्राथमिक स्तर की कक्षाओं में नहीं लौटे है। इसे लेकर विद्यालय प्रबंधन भी चिंतिंत है। शिक्षक ऐसे विद्याॢथयों के अभिभावकों से व्यक्तिगत संपर्क साध रहे हैं ताकि सभी बच्चों को मुख्य धारा में जोड़ा जा सके।
पांचवीं तक दो घंटे पढ़ाई, फिर खेलकूद
कक्षा एक से पांच तक प्रतिदिन एक एक घंटे गणित व हिंदी की पढ़ाई कराई जाएगी। शेष समय में बच्चों के साथ खेलकूद की गतिविधियों के साथ उन्हेंं पुस्तकालय की पुस्तकें पढ़े का अवसर दिया जाएगा। वहीं, कक्षा छह से आठ तक में हिंदी और गणित विषय के अध्ययन पर अधिक जोर दिया जाएगा। साथ ही विज्ञान व अंग्रेजी विषय पर भी ध्यान दिया जाएगा।
घर-घर काउंसिलिंग करेंगे शिक्षक
जो बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं, शिक्षक उनके घर जाकर अभिभावकों से संपर्क करेंगे। उनकी काउंसलिंग कर बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार करेंगे।
अक्टूबर में होंगी खेलकूद प्रतियोगिताएं
परिषदीय विद्यालयों अक्टूबर से खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित करने का निर्णय लिया है। बेसिक के सहायक मंडल शिक्षा निदेशक कार्यलय में गुरुवार को एडी-बेसिक अवध किशोर सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में न्याय पंचायत से लेकर ब्लाक स्तर की प्रतियोगिताएं अक्टूबर माह में कराने का निर्णय लिया है। इस दौरान उन्होंने आपरेशन कायाकल्प के तहत इस माह में शतप्रतिशत कार्य पूर्ण कराने का निर्देश दिया।
नेतृत्व विकास के लिए प्रोजेक्ट बनाएंगे हेडमास्टर
मिशन प्रेरणा के तहत दीक्षा एप पर परिषदीय विद्यालयों के लिए नेतृत्व विकास कार्यक्रम भी शुरू किया है। अध्यापकों को नेतृत्व विकास नामक कोर्स 30 सितंबर पूरा करने का निर्देश है। इस पाठ्यक्रम में टीचर्स पर आधारित एक प्रोजेक्ट शामिल है जिसे हेडमास्टर डिजाइन करेंगे।