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वाराणसी सहित पूर्वांचल के बैंक और एलआइसी के कर्मचारी एक दिनी हड़ताल पर

वाराणसी सहित पूर्वांचल के बैंक कर्मचारी और एलआइसी के कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल हैं। प्रदर्शन में शामिल कई बैंंक गुरुवार की सुबह बंद रहे और कर्मचारी विरोध प्रदर्शन के साथ ही काम से विरत रहे।ऑल इंडिया बैंक एंप्लॉयी असोसिएशन ने इस बाबत पहले से ही ऐलान किया था।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 12:09 PM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 03:08 PM (IST)
वाराणसी सहित पूर्वांचल के बैंक और एलआइसी के कर्मचारी एक दिनी हड़ताल पर
पुरानी पेंशन बहाली समेत अन्य मांगों को लेकर पूर्वांचल के बैंकों में गुरुवार को ताले लग गए।

वाराणसी, जेएनएन। बैंकों के राष्ट्रव्यापी हड़ताल में वाराणसी सहित पूर्वांचल के बैंक कर्मचारी और एलआइसी के कर्मचारी भी शामिल हैं। प्रदर्शन में शामिल कई बैंंक गुरुवार की सुबह बंद रहे और कर्मचारी विरोध प्रदर्शन के साथ ही काम से विरत रहे।ऑल इंडिया बैंक एंप्लॉयी असोसिएशन ने इस बाबत पहले से ही ऐलान किया था। वहीं सोनभद्र के कोल परियोजनाओं मे भी एकदिवसीय हडताल जारी है। सुबह हड़ताल के समर्थन में श्रमिक संगठन के पदाधिकारियों ने नारेबाजी भी की और कार्य से विरत रहे। वाराणसी में कैंट स्थित प्रधान डाकघर के सामने हड़ताली कर्मचारी प्रदर्शन करते रहे। इस दौरान डाकघर के अंदर कुछ लोग काम भी करते रहे।

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वाराणसी में निजीकरण पर रोक लगाने, श्रम कानून को खत्म नहीं करने आदि मांगों को लेकर गुरुवार को केंद्रीय ट्रेड यूनियन संगठनों व फेडरेशनों की ओर से एक दिवसीय हड़ताल किया गया। इसमें बैंक एवं एलआइसी, पोस्ट आफिस के भी कर्मचारी शामिल रहे। इसके कारण करोड़ों का लेनदेन प्रभावित हुआ। हालांकि अधिकारियों ने काफी हद तक कार्य संभाले रखा, जिससे ग्राहकों का बहुत जरूरी कार्य नहीं रूका। इसके अलावा पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड से जुड़े कर्मचारियों ने भी धरना-प्रदर्शन किया।

एआइबीइए की ओर से अन्य श्रमिक संगठन के साथ अखिल भारतीय बैंक हड़ताल के क्रम में यूपी बैंक इम्प्लाइज यूनियन के सदस्यों ने नदेसर स्थित इलाहाबाद बैंक के अंचल कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। यूनियन के सचिव संजय शर्मा ने कहा कि सरकार श्रम कानूनों का खत्म करना चाहती है। ऐसे में कर्मचारी अपनी मांग को लेकर आंदोलन आगे भी तिथि तय कर आंदोलन करेंगे। उधर, भेलूपुर स्थित भारतीय जीवन बीमा निगम के मंडलीय कार्यालय के बाहर कर्मचारियों ने जमकर प्रदर्शन किया।

कर्मियों ने मांग किया कि न्यूनतम मजदूरी 21 हजार रुपये होनी चाहिए। इसके अलावा सभी को पेंशन, पारिवारिक पेंशन में बढ़ोत्तरी, चार्टर पर सम्मानजनक सम्मान मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की। वहीं बिजली कर्मचारियों ने भिखारीपुर स्थित पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। मांग किया कि सरकार कर्मचारियों के हित को ध्यान में रखकर फैसले ले। वहीं डाककर्मियों ने भी कैंटोंमेंट स्थित मुख्‍य कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। हालांकि कई अधिकारी व कर्मचारी कार्य भी करते नजर आए।

बैंककर्मी हाल ही में लाए गए श्रम कानूनों का विरोध कर रहे हैं इस तरह इस हफ्ते बैंक संबंधी काम निपटाना मुश्किल हो सकता है। गुरुवार को बंद रहने के बाद शुक्रवार को बैंक खुलेंगे और फिर शनिवार के बाद रविवार को फिर बैंक बंद हो जाएंगे। महीने के चौथे शनिवार को भी बैंकों की बंदी रहती है। हड़ताल में बैंकों के अलावा 10 सेंट्रल ट्रेड यूनियन शामिल हैं, सभी लेबर लॉ का विरोध कर रहे हैं। वहीं भारतीय मजदूर संघ इस हड़ताल का हिस्सा नहीं हैं तो एलआइसी के कर्मचारी हड़ताल में शामिल हैं। ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर गुरुवार को बैंक, एलआइसी, बीएसएनल कर्मचारी आंदोलनरत रहे हैं। ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर बड़ी संख्या में कामगारों के आंदोलन करने से लोगों को असुविधाओं का सामना करना पड़ा। कर्मचारी अपने-अपने दफ्तरों के बाहर सुबह ही डंट गए थे। बैंककर्मियों की हड़ताल से करोड़ों का लेनदेन प्रभावित होने की आशंका जताई गई है।

आल इंडिया बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन से जुड़े कर्मचारी सुबह बैंक पहुंचे तो लेकिन उसकी दहलीज के बाहर ही खड़े रहे। अलग-अलग शाखाओं पर एकजुट हुए बैंककर्मियों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। बैंक कर्मियों की मुख्य मांगों में निजीकरण रोकने, सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों को मजबूत करने, लोन डिफाल्टर्स पर कड़ी कार्रवाई करने, विशाल कारपोरेट एनपीए की वसूली करने, नियमित बैंकिंग कार्याें की आउट सोर्सिंग रोकने, नई भर्ती करने, नई पेंशन योजना रद करने इत्यादि मांगें शामिल हैं।

 

उधर, आल इंडिया इंश्योरेंस इंप्लाइज यूनियन के आह्वान पर जीवन बीमा से जुड़े कर्मचारी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम मुताबिक हड़ताल पर रहे। कर्मचारियों ने एलआइसी आइपीओ के प्रस्ताव को वापस लेने, देश में आत्मनिर्भरता के प्रतीक पब्लिक सेक्टर और सरकारी संस्थानों को कमजोर करने एवं विनिवेश की निति वापस लेने, नई पेंशन स्कीम को वापस लेने, बेरोजगारी पर रोक लगाने समेत छह मांगों को लेकर हड़ताल पर रहे। कर्मचारी शाखा कार्यालयों के बाहर हो-हल्ला मचाए रहे। बैंक यूनियन से जुड़े विष्णु गुप्ता ने बताया कि आल इंडिया बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन में एसबीआइ एवं इंडियन ओवरसीज बैंक को छोड़कर सारे शामिल हैं। एलआइसी के आंदोलनकारियों में राजेश सिंह, प्रियतोष सिंह समेत दर्जनों कर्मचारी मौजूद रहे। बीएसएनएल कर्मियों ने भी कामकाज ठप कर आंदोलन किए, जिससे दफ्तर में काम ठप रहा।


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