उत्तर प्रदेश में पर्यटन के पंंख लगाए बनारस की ऊंची उड़ान शुरू, UP Tourism ने जारी किए पोस्टर
Tourism In Varanasi लंबे समय से कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से पर्यटन पर आधारित देश और प्रदेश के साथ ही बनारस की भी अर्थ व्यवस्था बेपटरी हो गई थी। अब कोरोना संक्रमण के बाद अनलॉक शुरू होने के बाद पर्यटन को भी धार मिलने लगी है।
वाराणसी, जेएनएन। लंबे समय से कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से पर्यटन पर आधारित देश और प्रदेश के साथ ही बनारस की भी अर्थ व्यवस्था बेपटरी हो गई थी। अब कोरोना संक्रमण के बाद अनलॉक शुरू होने के बाद पर्यटन को भी धार मिलने लगी है। यूपी पर्यटन की ओर से प्रदेश भर के पर्यटन स्थलों की ब्रांडिंग का दौर चल रहा है। मंगलवार को वाराणसी में गंगा की लहरों पर स्वछंद विचरण करते साइबेरियाई पक्षियों पर पोस्टर जारी करने के बाद बुधवार को गंगा की लहरों पर अनोखा पोस्टर जारी कर पर्यटकों को आकर्षित किया गया है। अब रेलवे और विमान सेवााओं की शुरुआत के साथ ही पर्यटकों का आगमन शुरू हो चुका है। जिससे पर्यटन सीजन के साथ ही कारोबार को भी गति मिलने लगी है।
बुधवार की सुबह पोस्टर जारी करने के साथ पोस्ट में लिखा है कि - 'गंगा की जलधारा में कलाबाजियां करते बनारसी लोगों का अंदाज, यहां आने-जाने वाले घुमक्कड़ों को बेहद पसंद आता है। संस्कृति और आस्था के अलावा भी बनारस में बहुत कुछ ऐसा है जो समय की पाबंदियों से परे है।' वहीं दूसरी ओर मंगलवार को गंगा की लहरों पर विचरण करते प्रवासी पक्षियों पर भी पोस्टर जारी किया गया था। पोस्टर के साथ लिखा था - 'साइबेरियन पक्षियों के विशाल झुंड सर्दियों के दौरान गंगा नदी की तटरेखाओं पर रहने के लिए वाराणसी की ओर पलायन करते हैं। प्रवासी पक्षियों के आगमन से नाविकों के लिए बेहतर कमाई भी होती है क्योंकि पर्यटक 'बर्ड वॉचिंग' के लिए भी गंगा घाटों पर आते हैं। पोस्ट के साथ ही अमेजिंग यूपी, यूपी नहीं देखा तो इंडिया नहीं देखा आदि हैश टैग जारी कर काशी की महिमा का बखान कर पर्यटन को बढ़ावा देने की अपील की गई है।
इससे पूर्व इस माह बनारस की वेधशाला, ध्रुपद मेला, रामनगर किला, बनारस की संस्कृति, देवदीपावली और बनारसी पान पर भी यूपी टूरिज्म पोस्टर जारी कर चुका है। यह सभी बनारस के थीम आधारित पोस्टर भी सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में रहे और लोगों ने शेयर कर पोस्टर के साथ ही बनारस की महिमा का खूब बखान कर पर्यटन की संभावनाओं को कोरोना काल के बाद शुरू करने पर भी बल दिया। शायद यह पहला मौका होगा जब यपी पर्यटन ने बनारस पर ही आधा दर्जन से अधिक पोस्टर जारी किए हैं।