जानें कैसे...स्वाद में लाजवाब केला और इसका फूल चमत्कारी गुणों से है भरपूर
केले यानी मूसा पैराडिसिका को ऊर्जा का अच्छा स्रोत माना जाता है। हर मौसम में सरलता से उपलब्ध होने वाले पौष्टिक और स्वादिष्ट इस फल की गणना हमारे देश के उत्तम फलों में होती है।
वाराणसी, [वंदना सिंह]। केले यानी मूसा पैराडिसिका को ऊर्जा का अच्छा स्रोत माना जाता है। हर मौसम में सरलता से उपलब्ध होने वाले पौष्टिक और स्वादिष्ट इस फल की गणना हमारे देश के उत्तम फलों में होती है। इसमें शर्करा, प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, आयरन, फॉस्फोरस, जिंक, कॉपर, आदि अनेक रासायनिक पदार्थ पाये जाते है। केले में थाइमिन, रिबोफ्लेविन, नियासिन, फॉलिक एसिड, विटामिन ए और विटामिन बी भी पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है। साथ ही इसमें पानी की मात्रा 64.3 प्रतिशत, प्रोटीन 1.3 प्रतिशत, कार्बोहाईड्रेट 24.7 प्रतिशत तथा चिकनाई 8.3 प्रतिशत होती है।
चौकाघाट स्थित राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय , वाराणसी के कायचिकित्सा एवं पंचकर्म विभाग के वैद्य डा. अजय कुमार ने बताया की आयुर्वेद में इसे कदली, वारणा ,मोचा, अम्बुसार, अंशुमतीफला, मोचाफलं आदि नामों से जाना जाता है। यह मधुर रस, शीत और कफ को बढ़ाने वाला होता है। पित्त का नाश करता है और प्यास, दाह, दौर्बल्य आदि को दूर करता है। वृहण अर्थात शरीर की वृद्धि करता है।
केले के फूल का औषधीय गुण
केले के फल के अलावा फूल और तने भी खाने में प्रयोग किये जाते हैं। केला का फूल विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट का बहुत बड़ा स्रोत है। केले के फूल में अधिक मात्रा में आयरन पाया जाता है जो कि हमारे शरीर में जाकर हीमाग्लोबिन की कमी को पूरा करता है। कसरत करने के बाद केले के सेवन से शरीर में इसका स्तर सामान्य होता है और तुरंत ऊर्जा मिलती है। इसमें अधिक मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है। जो कि नैचुरल एंंटी-डिप्रेसेंट हैं और यह शरीर में रक्त प्रवाह को ठीक करता है। यह पोटैशियम का बढिय़ा स्रोत है। इसके सेवन से शरीर में पोटैशियम की कमी नहीं होती है। केले के फलों में पाया जाने वाला पोटैशियम ह्रदय गति को सामान्य कर देता है।
तनाव को कम करता
अवसाद से ग्रसित व्यक्तियों के लिए केला अद्भूत प्राकृतिक सीरेटोनिन रसायन से युक्त औषधि है, जिसे हैप्पी-हारमोन भी कहा जाता हैं यह तनावमुक्त एवं खुशी प्रदान करनेवाला हारमोन है। गैस्ट्रिक अल्सर से पीडि़त रोगियों के लिए केले का फल एंटासिड के रूप में काम करता है ,यह एसिड को नीयुट्रीलाइज कर देता है।