Mukhtar Ansari की पत्नी अफ्शां अंसारी की जमानत अर्जी खारिज, गजल होटल की रजिस्ट्री में फर्जीवाड़ा
मऊ के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की पत्नी अफ्शां अंसारी की जमानत अर्जी को अपर सत्र न्यायाधीश तृतीय लक्ष्मीकांत राठौर की अदालत ने निरस्त कर दिया गया। अफ्शां अंसारी के अधिवक्ता ने 24 दिसंबर को एडीजे कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी।
गाजीपुर, जेएनएन। मऊ के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की पत्नी अफ्शां अंसारी की जमानत अर्जी को अपर सत्र न्यायाधीश तृतीय लक्ष्मीकांत राठौर की अदालत ने निरस्त कर दिया गया। अफ्शां अंसारी के अधिवक्ता ने 24 दिसंबर को एडीजे कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी। जिस पर सुनवाई के लिए चार जनवरी की तारीख मुकर्रर की गई थी।
गजल होटल की जमीन को रजिस्ट्री कराने में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में अफ्शां और उनके बेटों सहित कुल 12 लोगों एफआईआर दर्ज है। आरोप है कि, अंसारी बंधुओं के मालिकाना हक वाले गजल होटल के निर्माण के लिए जमीन हासिल करने के लिए फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया था।इस मामले में मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी और उनके बेटों सहित कुल 12 लोगों पर सदर कोतवाली में मुकदमा इसी साल अगस्त महीने में दर्ज किया गया था। जिला प्रशासन नेे मास्टर प्लान से पास नक्शा से इतर निर्माण करवाने के जुर्म में गजल होटल के अवैध निर्मित प्रथम तल और ग्राउंड फ्लोर के कुछ हिस्से को पहले ही तोड़ दिया है।
पुलिस के रडार पर मुख्तार के करीबी
विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी व मददगार पुलिस की रडार पर हैं। उनके आर्थिक स्रोतों को खंगाला जा रहा है। उनके बैंक बैलेंस, वाहन, जमीन जायदाद आदि का ब्योरा गोपनीय तरीके से पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी जुटाने में लगे हैं। उनके करीबियों में समाजसेवी का चोला पहने सफेदपोश से लेकर ठेकेदार व प्रापर्टी डीलर तक शामिल हैं।
अपराध व अपराधियों के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तेवर सख्त हैं। पिछले दिनों गाजीपुर व मऊ में मुख्तार के परिवार व उनके करीबियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई। यह कार्रवाई गाजीपुर व मऊ तक ही नहीं सीमित रही, बल्कि प्रदेश के अन्य जिले में भी मुख्तार से जुड़े लोगों की हिस्ट्री खंगाली जा रही है। इसी क्रम में मुख्तार अंसारी के करीबी अशोक विहार निवासी मेराज अहमद के अवैध निर्माण को वीडीए ने ढहा दिया था। बताया गया कि मेराज अहमद ने अवैध तरीके से निर्माण कराया था। उसने रास्ते पर अतिक्रमण कर पाृृकग बनवा ली थी। बता दें कि शस्त्र लाइसेंस को फर्जी तरीके से रिन्यू कराया था जिसके चलते धोखाधड़ी के आरोप में मेराज जेल में बंद है। अर्दली बाजार निवासी एक करीबी पूर्वांचल के विभिन्न जिलों में स्थित एक बहुराष्ट्रीय कंपनी के टावरों में तेल रिफिलिंग करता है। इससे प्राप्त धन मुख्तार तक पहुंचता है। इसी तरह नदेसर निवासी एक मददगार की कई दुकानें हैं। वह मुख्तार के अवैध धन को दुकानों में निवेश करता है। एक पूर्व विधायक का पुत्र भी इस समय मुख्तार के लिए काम कर रहा है। वह होल सेल के व्यापारियों से धन उगाही कर उसे मुख्तार तक पहुंचाता है। पुलिस इस सभी का ब्योरा जुटा रही है।