वाराणसी में चौराहों पर होगा बाबा का लाइव दर्शन, आरती-अनुष्ठान के टिकट शुल्क में नहीं होगी बढ़ोतरी
अपने मन भावन मास सावन पर्यंत बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ अपनी नगरी में चौराहों पर लाइव होंगे। इस बार सावन में दर्शन-पूजन आरती-अनुष्ठान शुल्क में कोई बढ़ोतरी नहीं की जाएगी।
वाराणसी, जेएनएन। अपने मन भावन मास सावन पर्यंत बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ अपनी नगरी में चौराहों पर लाइव होंगे। शहर में स्मार्ट सिटी के तहत लगाए गए यूनिपोल की एलईडी पर बाबा का लाइव दर्शन किया जा सकेगा। सावन की तैयारियों के संबंध में सोमवार को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी गौरांग राठी ने प्रेसवार्ता में यह जानकारी दी। बताया कि इस बार सावन में दर्शन-पूजन, आरती-अनुष्ठान शुल्क में कोई बढ़ोतरी नहीं की जाएगी।
एक दिन में 25 हजार कर सकेंगे दर्शन
कोरोना से बचाव के लिहाज से सावन मास में संबंधित दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा। भक्तों को सिर्फ बाबा का झांकी दर्शन मिलेगा। एक दिन में 25 हजार श्रद्धालुओं को यह सौभाग्य मिलेगा। हालांकि गर्भगृह के बाहर से गंगा जल चढ़ाने की व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है। परिसर में छह-छह फीट की शारीरिक दूरी का ख्याल रखा जाएगा। पांच स्थानों पर हैंड फ्री सैनिटाइजर मशीन भी लगाई जाएगी।
आवागमन के लिए तीन मार्ग
सावन में भक्तों के प्रवेश निकास के लिए तीन मार्ग होंगे। पांचों पंडवा से प्रवेश और निकास दोनों की ही व्यवस्था होगी। गेट संख्या एक ढूंढिराज गणेश से प्रवेश व नंदू फारिया लेन से निकास के साथ ही गेट नंबर चार से भी श्रद्धालु मंदिर में जा सकेंगे। सोमवार को शनिदेव मंदिर के पास से भी प्रवेश दिया जाएगा।
पीडब्ल्यूडी कराएगा बैरिकेडिंग
लोकनिर्माण विभाग बैरिकेडिंग कराएगा और शारीरिक दूरी के लिहाज से गोले बनवाएगा। असहायों व जरुरतमंदों के लिए ई-रिक्शा की व्यवस्था भी की जाएगी। परिसर में डाक्टर कैंप व मैदागिन पर एम्बुलेंस की व्यवस्था रहेगी। वहीं बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ दरबार की भला किससे तुलना लेकिन उनके मंदिर में जल्द ही पिंक नगरी का लुक नजर आएगा। इसका आभास मुख्य परिसर में ही हो जाएगा। इसकी चहार दीवारी चुनार के पत्थरों से सजाई जाने लगी है। इसके लिए दो दिन पहले राजस्थान से कारीगरों का आठ सदस्यीय दल बनारस आया और रविवार से शुरूआत भी कर दी गई। दल चहार दीवारी बनाने के साथ ही तीन द्वारों की चौखट को भी पूरी भव्यता से आकार देगा। इसके बाद इसमें फर्श पर मकराना मार्बल लगाया जाएगा।