सामनेघाट ज्ञानप्रवाह नाले पर 2.86 करोड़ की लागत से बनेगा आटोमैटिक फ्लैपर गेट, 50 हजार लोगों को बाढ़ से मिलेगी राहत
वाराणसी में बुधवार को सामनेघाट स्थित ज्ञानप्रवाह नाले के पास गेट लगने के लिए विधायक रोहनिया सुरेन्द्र नारायण सिंह तथा कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने 2.86 करोड़ की लागत से बनने वाले फ्लैपर गेट का बुधवार को शिलान्यास किया।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। सामनेघाट क्षेत्र की दर्जनों कालोनी के लगभग 50 हजार लोगों को बाढ़ से राहत की उम्मीद जगी है। बुधवार को सामनेघाट स्थित ज्ञानप्रवाह नाले के पास गेट लगने के लिए विधायक रोहनिया सुरेन्द्र नारायण सिंह तथा कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने 2.86 करोड़ की लागत से बनने वाले फ्लैपर गेट का बुधवार को शिलान्यास किया। यहां से बाढ़ का पानी घुस जाने के कारण आसपास की दर्जनों कालोनियों में रहने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था।कैंट विधायक सौरभ तथा रोहनिया विधायक सुरेन्द्र नारायण सिंह के संयुक्त प्रयास के बाद नाले पर गेट के बनाने के लिए टेंडर की प्रक्रिया के बाद बुधवार को कार्य का शिलान्यास किया गया।
सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि गेट लग जाने के बाद लोगों की समस्या का समाधान हो जाएगा।सामनेघाट से बाईपास मार्ग पर ज्ञानप्रवाह के पास स्थित नाले के लिए विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 2017 में प्रस्ताव भेजा था लेकिन मामला ठंडे बस्ते में चला गया।2020 में दिशा की बैठक में इस मामले को प्रमुखता से उठाया गया जिसके बाद कार्य मे तेजी आई लेकिन फिर मामला शांत हो गया।जिसके कारण एक बार फिर जनता ने बाढ़ का दंश झेला ।विधायक सुरेन्द्र नारायण सिंह ने कहा कि पूर्व की सरकारों ने अनदेखी किया लेकिन मोदी और योगी सरकार के इस कार्य से क्षेत्र की जनता काफी राहत महसूस करेगी।इस अवसर पर अभिषेक मिश्र, अमित राय, अशोक पांडेय, अमित सिंह सहित क्षेत्र के काफी लोग मौजूद रहे।
दर्जनों कालोनी के 50 हजार लोगों को मिलेगी बाढ़ से राहत
सामनेघाट क्षेत्र के बालाजी नगर,मदरवां, मारुती नगर,पटेल नगर, गायत्री नगर, बालाजी नगर, सत्यम नगर, छित्तूपुर और सीरगोवर्धनपुर तक दो दर्जन से ज्यादा कॉलोनी में रहने वाले 50 हजार से ज्यादा लोगों को बाढ़ से राहत की उम्मीद जगी है।वर्ष 2013 और 2016 , 2019 और 2021 के बाढ़ के दौरान इस इलाके के लोग घरों से सामान लेकर पलायन करने को मजबूर हो गए ।बाढ़ के पानी के कारण लोगों से संपर्क टूटने पर खाने पीने की बहुत बड़ी समस्या आ गयी थी। ज्ञान प्रवाह स्थित नाले के पास गेट लग जाने के बाद इन इलाकों में बाढ़ का संकट खत्म हो जाएगा।