सेतु निगम के अभियंता और शटरिंग एजेंसी ने बरती शिथिलता, लापरवाही में सेतु निगम का सहायक अभियंता निलंबित
निर्माणाधीन चौकाघाट-लहरतारा फ्लाइओवर का शटरिंग गिरने के मामले में शनिवार को सेतु निगम के सहायक अभियंता जेएस तिवारी को निलंबित कर दिया गया।
वाराणसी, जेएनएन। निर्माणाधीन चौकाघाट-लहरतारा फ्लाइओवर का शटरिंग गिरने के मामले में शनिवार को सेतु निगम के सहायक अभियंता जेएस तिवारी को निलंबित कर दिया गया। साथ ही शटरिंग कर रहे एजेंसी पीआरडब्ल्यू (पीस रेट वर्कर) के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश भी दिया गया है। यह कार्रवाई मंडलायुक्त की ओर से गठित दो सदस्यीय जांच समिति की रिपोर्ट पर की गई है। रिपोर्ट में स्पष्ट है कि सेतु निगम के अधिकारियों ने सतर्कता बरती होती तो शायद दोबारा हादसा नहीं होता।
चौकाघाट-लहरतारा फ्लाइओवर का शटरिंग शुक्रवार को दोपहर 3.50 बजे अचानक भरभरा कर गिर पड़ा। शटरिंग गिरने से एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया था। मामले को गंभीरता से लेते हुए मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने लोकनिर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता और नलकूप मंडल के अधीक्षण अभियंता की दो सदस्यीय जांच समिति गठित कर 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी थी। समिति ने जांच में पाया कि मौके पर सेतु निगम के अधिकारियों और शटरिंग कर रही एजेंसी की लापरवाही के चलते हादसा हुआ।
मौके पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे। काम के दौरान नीचे से वाहनों संग लोगों का आना-जाना लगा रहा। बैरिकेडिंग लगाकर काम करना चाहिए था। सुरक्षा कर्मी मौजूद नहीं थे। काम करने वाले कर्मी भी सुरक्षा उपकरण नहीं लगाए थे। इस बात का अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए था। उधर, प्राथमिक जांच रिपोर्ट मिलने पर पर सेतु निगम के सहायक अभियंता जेएस तिवारी को निलंबित कर दिया गया है।
घटना के बाद फ्लाइओवर का काम बंद
निर्माणाधीन चौकाघाट-लहरतारा फ्लाइओवर से शुक्रवार को शटङ्क्षरग गिर जाने के बाद शनिवार को काम बंद हो गया। मौके पर काम कर रहे मजदूर भी भाग गए। सेतु निगम अधिकारियों ने काम बंद होने की बात से इन्कार किया और तकनीकी कारण बताते हुए दोबारा काम जल्द चालू करने की बात कही। इस मामले में शटरिंग ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की बात से काम में और देरी हो सकती है।