चंदौली जिले में एशियन डेवलपमेंट बैंक 442 गांवों में बदलेगा तार और जर्जर खंभे
ग्रामीण क्षेत्रों में चरमा गई विद्युत व्यवस्था को सुधारने के लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक मददगार बनकर सामने आया है। बैंक जिले के 442 गांवों में जर्जर तार व खंभों को बदलेगा। 19 गांवों में काम भी शुरू हो गया है।
जागरण संवाददाता, चंदौली। ग्रामीण क्षेत्रों में चरमा गई विद्युत व्यवस्था को सुधारने के लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक मददगार बनकर सामने आया है। बैंक जिले के 442 गांवों में जर्जर तार व खंभों को बदलेगा। 19 गांवों में काम भी शुरू हो गया है। बैंक की ओर से एक हजार की आबादी वाले उन गांवों का सर्वे कराया गया जहां जर्जर तार व खंभे हैं और आए दिन समस्या आती है। इन गांवों में खंभों के साथ एरियल बंच कंडक्टर भी लगाए जा रहे हैं। ताकि बार-बार होने वाले विद्युत फाल्ट से बचा जा सके। बैंक से मदद मिलने की वजह से योजना का नाम भी एडीबी रखा गया है।
गांवों में बिजली व्यवस्था आज भी बेपटरी है। बांस-बल्ली के सहारे नंगे तार दौड़ रहे हैं। वहीं तमाम तरह की अन्य दुश्वारियां भी हैं। इससे बिजली आपूर्ति बाधित होती रहती है। वहीं दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है। ऐसे में एशियन डेवलपमेंट बैंक ने मदद की पहल की है। बैंक ने गांवों में जर्जर तार व पोल बदलवाने की जिम्मेदारी ली। जिले के 596 गांवों का सर्वे किया गया था। इसमें 155 गांवों में विद्युत व्यवस्था ठीक मिली। इससे उन्हें योजना से बाहर कर दिया गया। शेष गांवों में काम कराया जाएगा। फिलहाल 19 गांवों में काम भी शुरू कर दिया गया है। जल्द ही तार और पोल बदल दिए जाएंगे। इससे इन गांवों में बिजली आपूर्ति सुचारू होने की उम्मीद है।
इन ब्लाकों में काम शुरू : जिले के 19 गांवों में काम शुरू हो चुका है। बरहनी में 11, चकिया चार और नियामताबाद में एक गांव में काम शुरू कर दिया गया है। जल्द ही शेष गांवों में भी तार, पोल बदलने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जहां पोल नहीं होंगे, वहां नए पोल लगाए जाएंगे। ताकि तार नीचे तक न लटकें और हादसों से बचा जा सके। काम पूरा होने में तीन से चार माह का समय लग सकता है। इसके बाद ग्रामीणों को बार-बार कटौती से निजात मिल जाएगी।
बोले अधिकारी : ‘जिले के 442 गांवों में तार व पोल बदले जाएंगे। 19 गांवों में काम शुरू भी हो चुका है। इसके लिए बजट की व्यवस्था एशियन डेवलमेंट बैंक (एडीबी) ने की है। काम पूरा होने के बाद इन गांवों बिजली आपूर्ति सुचारू हो जाएगी। - एके सिंह, एक्सईएन।