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आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता देंगी घर-घर दस्तक, चलेगा संचारी रोग नियंत्रण अभियान

अभियान में स्वास्थ्य विभाग को नोडल विभाग बनाते हुए महिला एवं बाल विकास शिक्षा विभाग कृषि विभाग पशुपालन विभाग सिंचाई विभाग दिव्यांग जन सशक्तिकरण विभाग उद्यान विभाग तथा सूचना विभाग को जनमानस को स्वस्थ रहने के लिए विभिन्न उपाय बताने के लिए उत्तरदायी बनाया गया है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sun, 17 Oct 2021 08:30 AM (IST)Updated: Sun, 17 Oct 2021 08:30 AM (IST)
आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता देंगी घर-घर दस्तक, चलेगा संचारी रोग नियंत्रण अभियान
जनमानस को स्वस्थ रहने के लिए विभिन्न उपाय बताने के लिए विभागों को उत्तरदायी बनाया गया है।

गाजीपुर, जागरण संवाददाता। 18 अक्टूबर से 17 नवंबर तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान जनपद में चलाया जायेगा। इस की तैयारियों तथा विभिन्न विभागों के उत्तरदायित्व निर्धारण के लिए पिछले दिनों जिलाधिकारी एमपी सिंह की अध्यक्षता में संबंधित विभागों के साथ बैठक हुई। इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग को नोडल विभाग बनाते हुए महिला एवं बाल विकास, शिक्षा विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, सिंचाई विभाग, दिव्यांग जन, सशक्तिकरण विभाग, उद्यान विभाग तथा सूचना विभाग को जनमानस को स्वस्थ रहने के लिए विभिन्न उपाय बताने के लिए उत्तरदायी बनाया गया है।

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मुख्यचिकित्सा अधिकारी हरगोविंद सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग की आशाओं तथा ऑगनवाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा दिनांक 18 अक्टूबर से 1 नवम्बर तक प्रत्येक घरो पर दस्तक देते हुए सर्दी एवं खांसी-जुकाम के मरीज जो कोविड-19 के संभावित मरीज हो सकते हैं, भी की खोज की जायेगी। इसी प्रकार बुखार के ऐसे मरीजों की भी खोज की जायेगी जो 15 दिनों से अधिक दिनों से बीमार हो। खांसी तथा बलगम के साथ बुखार वाले मरीजों की सूची तैयार कर उनकी टीबी की जांच कराई जायेगी। 15 दिनों से अधिक समय से बुखार वाले मरीजों की कालाजार की जांच भी कराई जायेगी। जांचोपरान्त उपरोक्त बीमारियों के मरीज पाये जाने पर उनका निश्शुल्क उपचार कराया जायेगा। जिला मलेरिया अधिकारी डा. मनोज कुमार ने बताया कि यह अभियान वर्ष में माह मार्च, जुलाई तथा अक्टूबर में संचालित होता है।

माह जुलाई 2021 में संपन्न हुए अभियान मे कोविड-19 के संभावित लक्षणों वाले 823 मरीज खोजे गये थे, जिनकी जांच कराये जाने पर तीन मरीज कोविड-19 पाजिटिव पाये गये। इसी प्रकार खांसी-बलगम के साथ बुखार वाले 138 मरीजों की खोज कर जांच कराये जाने पर 36 टीबी पाजिटिव पाये गये। जिनका उपचार जारी है। कालाजार के 85 संदिग्ध मरीजों की जांच में कोई भी व्यक्ति कालाजार पाजिटिव नहीं पाया गया। बुखार के अन्य 87 मरीजों की मलेरिया की जांच में कोई भी व्यक्ति मलेरिया पाजिटिव नहीं पाया गया।

इस प्रकार से अभियान में संकामक बीमारियों की ग्रसितों की खोज कर उनका उपचार किया जाना लक्ष्य है। इसके अतिरिक्त इन कार्यकर्ताओं के द्वारा जनमानस को शुद्ध पेय जल सेवन, शौचालयों के प्रयोग, साफ-सफाई के तरीको तथा मच्छरों से होने वाली बीमारियों से बचाव के तरीको के बारे में भी जागरूक किया जायेगा। वहीं जिला अस्पताल ने मेडिसिन और मेडिकल वार्ड के नोडल डा. स्वतंत्र कुमार ने बताया कि मौजूदा समय में जिला अस्पताल में बुखार का इलाज कराने आने वाले मरीजों में प्रत्येक 10 मरीज पर एक डेंगू का मरीज मिल रहा है। जिनकी पुष्टि हो जाने पर उनका इलाज कर उन्हें स्वस्थ भी किया जा रहा है। इसके अलावा इन दिनों डायरिया के मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है। उनके इन दोनों वार्ड में करीब 20 डायरिया के मरीज हैं जिन का इलाज किया जा रहा है।


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