वाराणसी में शुरू होते ही कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम ध्वस्त, तकनीकि खामी के चलते कोविन पोर्टल पर नहीं हो रहा था पंजीयन
एक मार्च के ट्रायल रन के बाद गुरुवार को स्वास्थ्य महकमे ने वरिष्ठ नागरिकों के टीकाकरण को लेकर पूरी तैयारी की थी। कुल 11 केंद्रों पर 1100 लोगों को टीके लगाए जाने थे लेकिन कहीं तकनीकी खामी के चलते कोविन पोर्टल पर पंजीयन नहीं हो पाया।
वाराणसी, जेएनएन। एक मार्च के ट्रायल रन के बाद गुरुवार को स्वास्थ्य महकमे ने वरिष्ठ नागरिकों के टीकाकरण को लेकर पूरी तैयारी की थी। कुल 11 केंद्रों पर 1100 लोगों को टीके लगाए जाने थे, लेकिन कहीं तकनीकी खामी के चलते कोविन पोर्टल पर पंजीयन नहीं हो पाया तो कहीं लक्ष्य पूरा होने से पहले ही वैक्सीन खत्म हो गई। अव्यवस्था से आजिज बुजुर्गों को सीएमएस का घेराव तक करना पड़ा। दोपहर बाद किसी तरह खामी दूर हुई तो व्यवस्था पटरी पर आई। कई केंद्रों पर पूर्व निर्धारित समय से पहले ही स्टाफ चलता बना, जिसके चलते दूसरी डोज लेने वाले कई लाभार्थियों को बिना टीका लगवाए ही लौटना पड़ा।
टीका लगवाने की खबर पर वरिष्ठ नागरिक केंद्रों पर सुबह आठ बजे ही पहुंच गए थे। महिला अस्पताल, मंडलीय हास्पिटल, बीएचयू हास्पिटल, एलबीएस हास्पिटल रामनगर सहित कई केंद्रों पर इनके बैठने की समुचित व्यवस्था थी, लेकिन कुछ केंद्रों पर सुबह ही लाइन लगी थी। टीकाकरण शुरू भी नहीं हुआ कि अधिकांश केंद्रों पर कोविन पोर्टल का नेटवर्क ही ध्वस्त हो गया। पहले से पंजीकृत लाभार्थियों का वेरिफिकेशन नहीं हो पा रहा था, तो वहीं नए लोगों का मौके पर पंजीयन कार्य बाधित था। हालांकि गाइडलाइन के मुताबिक नेटवर्क ध्वस्त होने की स्थिति में मौके पर पंजीयन कराने पहुंचे लोगों से जरूरी दस्तावेज लेकर उनको टीके लगाने व पोर्टल सही चलने पर उनका पंजीयन सुनिश्चित करने का निर्देश था, लेकिन अधिकांश केंद्रों पर इसकी अवहेलना की गई। इसके चलते कुछ केंद्रों पर तनाव भी रहा। पंडित दीन दयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय में सुबह आठ बजे से लाइन में खड़े बुजुर्ग नागरिकों के सब्र का बांध 12 बजते-बजते टूट गया और सभी ने सीएमएस डा. वी शुक्ला का घेराव किया। दौलतपुरा निवासी 80 वर्षीय बुजुर्ग विजय नारायण के मुताबिक पंजीयन कर रहे कर्मचारी मनमानी पर उतारू थे। वहां न बैठने की व्यवस्था थी और न ही कोई साफ-साफ कुछ बताने वाला था। वहीं बीच-बीच में पहुंचने वाले रसूखदार लोगों का काम गुपचुप कर दिया जा रहा था। हंगामे के बाद दोपहर एक बजे टीकाकरण शुरू हुआ, लेकिन तब तक वैक्सीन ही खत्म हो गई। इस पर सभी से अगले दिन सुबह आठ बजे आने को कहा गया। ज्ञात हो कि चार माच्र को जिले के 11 केंद्रों पर 1100 वरिष्ठ नागरिकों को पहला डोज लगाया जाना था, वहीं 17 केंद्रों पर विगत चार फरवरी को पहली डोज लेने वाले 2796 स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज दी जानी थी।
इन केंद्रों पर लगी पहली डोज
पं. दीन दयाल उपाध्याय राजकीय हास्पिटल, बीएचयू हास्पिटल, केंद्रीय हास्पिटल बरेका, एलबीएस हास्पिटल-रामनगर, जिला महिला चिकित्सालय, पीएचसी पिंडरा, पीएचसी चिरईगांव, पीएचसी काशी विद्यापीठ, पीएचसी सेवापुरी, सीएचसी आरजीलाइन व एसएसपीजी मंडलीय चिकित्सालय-कबीरचौरा में 100-100 लाभर्थियों को पहली डोज लगाई जाएगी।
इन केंद्रों पर लगाई गई दूसरी डोज
सीएचसी अराजीलाइन, सीएचसी चोलापुर, पीएचसी बडागांव, अर्बन सीएचसी दुर्गाकुंड, अर्बन सीएचसी चौकाघाट, जिला हास्पिटल, ईएसआइसी हास्पिटल, बीएचयू ट्रामा सेंटर, बीएचयू हास्पिटल, पीएचसी हरहुआ, सीएचसी मिसिरपुर, अर्बन सीएचसी मंडुआडीह, अर्बन सीएचसी शिवपुर, केंद्रीय हास्पिटल बरेका, जिला महिला हास्पिटल, एसवीएम हास्पिटल भेलूपुर व राजकीय आयुर्वेद हास्पिटल।