वाराणसी में कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए पंजीकरण में देरी पर नाराज लोगों ने सीएमएस का किया घेराव
वाराणसी पंडित दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए पंजीकरण में देरी से गुरुवार को क्षुब्ध लोगों ने सीएमएस का घेराव किया। लोगों का आरोप है कि सुबह 8 बजे से लाइन में लगे है अभी तक केवल 15 लोगो का पंजीकरण हुआ है।
वाराणसी, जेएनएन। पंडित दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में कोरोना के टीकाकरण के लिए आए लोगों ने गुरुवार को हंगामा कर दिया। लोगों का आरोप था कि वे टीकाकरण का पंजीकरण कराने के लिए सुबह आठ बजे से लाइन में लगे थे। जबकि 11 बजे तक काउंटर से केवल 12 लोगो का ही पंजीकरण किया गया था। उसके बाद डोज खत्म होने की बात कह कर पंजीकरण बन्द कर दिया गया। पंजीकरण कराने के लिए लाइन में लगे लोगो का आरोप था कि पंजीकरण कर्मी अपने लोगो का काउंटर के अंदर से ही पंजीकरण कर दे रहे थे।
क्षुब्ध लोगों ने सीएमएस का घेराव किया। उधर सीएमएस का घेराव करते ही पंजीकरण कार्य फिर से शुरू कर दिया गया। हालांकि कुछ ही देर बाद फिर पंजीकरण कार्य बंद करते हुए लाइन में लगे लोगो को शुक्रवार को सुबह 8 बजे आने के लिए बोला गया। अस्पताल कर्मियो ने बताया कि कोरोना टीकाकरण के लिए 110 डोज आई थी। जिसमे से दोपहर 12: 30 बजे तक 85 लोगो का टीकारण किया जा चुका था। एसएसपजी हॉस्पिटल कबीरचौरा के टीकाकरण केंद्र में भी महिला अस्पताल में बनाया गया। शुरुआत में कोविन पोर्टल में कुछ तकनीकी दिक्कत थी। मौके पर पंजीयन नहीं हो पा रहा था, वहीं पहले से पंजीकृत लोगों को भी वेरिफिकेशन न होने के चलते टीके नहीं लग पा रहे थे। तकरीबन 12 बजे पोर्टल शुरू हुआ।
मंडलीय अस्पताल में अब तक एक लाख आरटीपीसीआर जांच
कबीरचौरा स्थित मंडलीय हास्पिटल ने एक लाख आरटीपीसीआर जांच करने का आंकड़ा बुधवार को छू लिया है। हास्पिटल में 17 जुलाई 2020 को कोरोना जांच की शुरूआत हुई थी। तभी से हास्पिटल अपनी पूरी क्षमता के साथ आरटीपीसीआर सैंपलों की जांच में जुटा है। विगत 24 दिसंबर को हास्पिटल ने 50 हजार आरटीपीसीआर जांच का आंकड़ा पूरा करते हुए आठ मंडलों में दूसरी बार दूसरा स्थान हासिल किया था। हास्पिटल के प्रमुख अधीक्षक डा. प्रसन्न कुमार के मुताबिक लैब में रोजाना 500-700 आरटीपीसीआर सैंपलों की जांच की जा रही है।
खुद भी कर सकते हैं अपना पंजीयन
शासन के निर्देश पर अगले टीकाकरण सत्रों में भी लाभार्थियों को कोविन पोर्टल पर पंजीकृत करते हुए फोटो पहचान पत्र के आधार पर टीके लगाए जाएंगे। लाभार्थी स्वयं भी कोविन पोर्टल एप पर अपनी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन के कुछ ही दिनों बाद लाभार्थी के पंजीकृत मोबाइल पर उनके टीकाकरण से संबंधित सूचना दी जाएगी।