सारनाथ में वन विभाग के तुगलकी फरमान से लोगों में रोष, सैर के लिए शुल्क लगाने का विरोध
अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल सारनाथ के मूलगंध कुटी विहार में वन विभाग की अोर से शुल्क लगाए जाने से बौद्ध अनुयायियों के साथ क्षेत्रीय लोगों में आक्रोश!
By Vandana SinghEdited By: Published: Thu, 13 Jun 2019 10:43 AM (IST)Updated: Thu, 13 Jun 2019 10:41 PM (IST)
वाराणसी, जेएनएन। अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल सारनाथ के मूलगंध कुटी विहार में वन विभाग की अोर से शुल्क लगाए जाने से बौद्ध अनुयायियों के साथ क्षेत्रीय लोगों में आक्रोश है। उन्होंने शासन से तुगलकी फरमान वापस लेने की मांग की है। नाराज लोगों ने लगाए गए शुल्क को वापस करने तथा वापस नहीं लेने पर आंदोलन की चेतावनी दी। लोगों का कहना है कि चौखंडी स्तूप, पुरातत्व खंडहर परिसर तथा वन विभाग के पक्षी विहार में पहले से शुल्क लग रहा है। अब मूलगंध कुटी विहार में शुल्क लगने से सारनाथ में कहीं भी मार्निग वाक के लिए जगह नहीं रह गई है। गंज गांव के महेंद्र मौर्य का कहना है कि सुबह और शाम लोग पार्क में टहलने जाते हैं। इसी गांव के राजनाथ यादव का कहना है कि सड़क पर टहलना हादसे को दावत देना है। सारंगनाथ कालोनी की कौशल्या देवी और बृज मोहन कन्नौजिया का कहना है कि सभी के बस की बात नहीं है कि शुल्क देकर अंदर टहले। शक्ति पीठ आश्रम के अनूप श्रीवास्तव का कहना है कि सरकार लोगों के स्वस्थ्य रहने के लिए तरह-तरह के इंतजाम कर रही है वहीं मार्निंग वाक पर रोक लगाना ठीक नहीं है।
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