बीएचयू में अंतिम सेमेस्टर छोड़ सभी छात्र होंगे प्रमोट, सेशनल परीक्षा को असाइनमेंट आधारित बनाने को मिली मंजूरी
बीएचयू में मिड सेमेस्टर के छात्रों को अगले सेमेस्टर में प्रमोट किया जाएगा। बीएचयू के एकेडमिक काउंसिल के एक प्रस्ताव को कार्यकारी परिषद ने चार अगस्त को मंजूरी दे दी है।
वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू में मिड सेमेस्टर के छात्रों को अगले सेमेस्टर में प्रमोट किया जाएगा। यानी कि दूसरे सेमेस्टर वाले तीसरे में, चौथे वाले पांचवे में और छठे वाले (विधि संकाय व अन्य चार वर्षीय कोर्स) सातवें सेमेस्टर में प्रवेश करेंगे। इसके लिए बीएचयू के एकेडमिक काउंसिल के एक प्रस्ताव को कार्यकारी परिषद ने चार अगस्त को मंजूरी दे दी है। इसके अंतर्गत शैक्षणिक सत्र 2019-20 के मध्यवर्ती और अंतिम सेमेस्टर के छात्रों के लिए सेशनल परीक्षा असाइनमेंट के आधार पर ली जाएगी।
मेल से 15 दिन में जमा करने होंगे असाइनमेंट
शिक्षक ई-मेल के माध्यम से छात्र-छात्राओं को असाइनमेंट भेज सकते हैं, जिसे 15 दिन की अवधि में छात्रों को जमा करना होगा। वहीं यदि सेशनल एग्जाम मार्च में विश्वविद्यालय बंद होने से पहले संपन्न करा लिए गए हैं या आंशिक रूप से पूरे किए गए हैं, तो उनमें छात्रों को असाइनमेंट आधारित सेशनल का भी विकल्प दिया जाएगा। इस तरह छात्र जिसमें अधिक अंक अर्जित करेगा तो वही अंक उसे अंतिम रूप से दे दिए जाएंगे। इस संबंध में उच्चतर वर्ष में प्रमोशन के लिए 4.0 सीजीपीए (कमोलेटिव ग्रेड प्वाइंट एवरेज) प्राप्त करने की अनिवार्यता से छूट दे दी गई है।
सेशनल और पूर्व सेमेस्टर परीक्षा के अंक जुड़ेंगे
यूजीसी के दिशा-निर्देशों के अनुसार मध्यवर्ती सेमेस्टर के छात्रों के लिए सेशनल और पूर्व सेमेस्टर परीक्षा के अंक आपस में जुड़ेंगे, जिनका हिस्सा आधा-आधा होगा। अगर छात्र इस आधार पर प्राप्त अंकों से संतुष्ट नहीं है तो वह आगामी शैक्षणिक सत्रों में उपलब्ध ऐसे पाठ्यक्रमों की परीक्षा में उपस्थित होकर अपने ग्रेड में सुधार कर सकता है।
बीएड प्रवेश परीक्षा के लिए बने 149 परीक्षा केंद्र
बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा आगामी नौ अगस्त को होगी, जिसके लिए पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने तैयारी पूरी कर ली है। विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी चार जिलों के लिए 149 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। जहां पर 53 हजार 940 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। मऊ में अभ्यर्थियों की संख्या सबसे कम होगी। पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध जौनपुर जिले में 23 हजार 400 अभ्यथियों को परीक्षा देनी है, जिसके लिए 56 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। आजमगढ़ में 19 हजार 540 अभ्यर्थियों के 64 परीक्षा केंद्र, गाजीपुर में अभ्यर्थियों की संख्या छह हजार 900 के लिए 15 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। वहीं मऊ जनपद में अभ्यर्थियों की संख्या सबसे कम चार हजार 100 है। जिनके लिए यहां मात्र 14 केंद्र बने हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए केंद्रों पर खास इंतजाम किए गए हैं।