मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रहे अखिलेश यादव, वाराणसी में बोले यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या
पंचायत चुनाव की तिथि की घोषणा भी अभी नहीं हुई है लेकिन राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। नेता गण आरोप-प्रत्यारोप में मशगूल हैं। रविवार को भाजपा की संगठनात्मक बैठक में शामिल होने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या विपक्षी दलों पर जमकर बरसे।
वाराणसी, जेएनएन। पंचायत चुनाव की तिथि की घोषणा भी अभी नहीं हुई है लेकिन राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। नेता गण आरोप-प्रत्यारोप में मशगूल हैं। हरहुआ के काजीसराय स्थित एक लॉन में रविवार को भाजपा की संगठनात्मक बैठक में शामिल होने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या विपक्षी दलों पर जमकर बरसे। उन्होंने पूर्व सीएम अखिलेश यादव के 'बनारस क्योटो नहीं बना लेकिन कार्यालय बन गया विषयक बयान पर कहा कि अखिलेश मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे हैं। आगामी 25 वर्षों तक सपा, बसपा और कांग्रेस जैसे दलों की उप्र में कोई संभावना नहीं है। विपक्षी नेता जनता के बीच में नहीं होते जबकि भाजपा सत्ता में रहे या विपक्ष में, हमेशा जनता के बीच रहती है। यही कारण है कि 2014 से हमें जनता का समर्थन मिल रहा है। उन्होंने विश्वनाथ कॉरिडोर पर लेकर सपा नेता के बयान पर भी तीखी प्रतिक्रिया की। अखिलेश ने कहा था कि श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर सपा की देन है और सपा सरकार रहती तो इससे भी भव्य निर्माण होता। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक तो वे राहुल और प्रियंका को ही 'झूठ बोलने की मशीन बोलते रहे लेकिन अब इसमें सपा और बसपा को भी जोडऩा पड़ेगा। उन्होंने कहा कि विपक्षियों का नारा है 'हमारा झूठ सबसे मजबूत, जबकि भाजपा का नारा है 'हमारा बूथ सबसे मजबूत।
इससे पहले उप मुख्यमंत्री ने काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव के दरबार में मत्था टेका। उन्होंने बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ व मां अन्नपूर्णा का दर्शन-पूजन किया। विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के विकास-कार्यों का निरीक्षण भी किया। वे ललिता घाट से अस्सी घाट तक मोटरबोट से नौका विहार करते हुए गंगा घाटों के मनोरम दृश्यों के साक्षी बने। उन्होंने कहा कि चार साल बेमिसाल हैं। सपा सरकार में प्रदेश की जनता भयभीत थी, अपराधियों का बोलबाला था। आज चारों तरफ विकास का बोलबाला है। गंगा एक्सप्रेस-वे, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे योगी सरकार की उपलब्धियां हैं। गुणवत्तापूर्ण सड़कें उप्र की पहचान बन चुकी हैं। अपराधी सजा भोग रहे हैं। 2022 के चुनाव में सपा चाहे जितने गठबंधन कर ले, 100 में 60 फीसद हमारा है। शेष 40 फीसद में सभी दल रहेंगे।