अखिलेश यादव हैं असली नेता, बनना चाहिए यूपी के मुख्यमंत्री, वाराणसी में बोले ओमप्रकाश राजभर
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने भाजपा हमला बालते हुए कहा कि पार्टी चलाना साधु-संतों का काम नहीं है। साधु-संतों की जरूरत मंदिर और मठों में है। असली नेता तो सपा के मुखिया अखिलेश यादव हैं।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने भाजपा हमला बालते हुए कहा कि पार्टी चलाना साधु-संतों का काम नहीं है। साधु-संतों की जरूरत मंदिर और मठों में है। उनकी वाणी वहीं शोभा देती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जनता की पीढ़ा से कोई मतलब नहीं है। यदि जनता की पीढ़ा को समझते तो महंगाई पर अंकुश लगाते। असली नेता तो सपा के मुखिया अखिलेश यादव हैं। उन्हें सूबे का मुख्यमंत्री बनना चाहिए। प्रदेश की जनता भाजपा को हराने के लिए विकल्प के रूप में सपा की ओर देख रही है। सपा ही एक ऐसी पार्टी है जो भाजपा को हरा सकती है। दावा किया कि अखिलेश यादव सभी क्षेत्रीय दलों को मिला लें तो प्रदेश में भाजपा का खाता तक नहीं खुलेगा। यह बातें उन्होंने सोमवार को दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में कही।
अखिलेश यादव की तारीफ करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने काफी विकास कार्य किए। लखनऊ से आगरा तक एक्सप्रेस वे, आमजन की सुरक्षा के लिए डायल 100 नंबर चलाया। हर चौराहे पर पुलिस की डायल 100 नंबर गाडिय़ा दिखाई पडा़ती है। उस नंबर को प्रदेश सरकार ने डायल 112 नंबर कर दिया। नंबर बदलने से गाडिय़ां नहीं बदल गई। आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए सभी छोटे-बड़े दल मन बना लिए हैं। प्रधानमंत्री अपना फोटो लगाकर गरीबों को राशन बांट रहे हैं। भाजपा सरकार को गरीबों के पेट की चिंता नहीं है, बल्कि अपने प्रचार-प्रसार की।
महिलाओं को नहीं मिला बराबर का अधिकार : ओमप्रकाश
प्रदेश में शराब बंदी और महिलाओं के आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि आजादी के सात दशक बीतने के बाद भी महिलाओं को 33 फीसद आरक्षण नहीं मिल सका। हम महिलाओं को बराबर अधिकार देने की बात करते हैं लेकिन उन्हें संसद से लेकर सरकारी नौकरी में 50 फीसद आरक्षण कब मिलेगा। महिलाओं का रहनूमा बनने वाली भाजपा सरकार महिलाओं के विकास के बारे में कोई ठोस योजना तैयार नहीं कर सकी। वह सोमवार को सुभासपा महिला मंच के जागरूकता अधिकार चेतना सम्मेलन में बोल रहे थे। मौका था शिवपुर विधानसभा क्षेत्र के उमरहा स्थित श्री शांति उपवन महिला कार्यकर्ता सम्मेलन का। सुभासपा महिला मंच की राष्ट्रीय अध्यक्ष राधिका पटेल ने कहा कि 33 फीसद महिला आरक्षण बिल लोकसभा में अटका है जिसको तत्काल लागू किया जाना चाहिए। जब तक देश में महिला वर्ग जागरूक नहीं होगी तब तक देश का विकास संभव नहीं है। राष्ट्रीय महासचिव मनीषा सिंह ने कहा कि कौशल विकास के माध्यम से महिलाओं को शिक्षित करना, घरेलू रोजगार दिलाना, हर महिला के हाथ को कला तकनीकी शिक्षा के मध्यम से जोडऩा, हमारी प्राथमिकता रहेगी। प्रदेश उपाध्यक्ष वंदना सिंह ने कहा कि प्रदेशभर में प्रदर्शन कर राष्ट्रपति, राज्यपाल, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री तक को प्रार्थना पत्र दिया गया, लेकिन सरकार ने ध्यान नहीं दिया। बगल के राज्य बिहार, गुजरात के साथ कई प्रदेशों में वर्षो से शराब बिक्री बंद है। इनको अपने पड़ोसी राज्यों से सीखना चाहिए।