बोले अजय राय, ईओ खुदकुशी मामले में अब तो सत्ता पक्ष भी कर रहा मांग, कराएं सीबीआइ जांच
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय राय ने कहा कि विपक्ष ही नहीं जब सत्तापक्ष के सांसद व विधायक भी आवाज उठाने लगे हैं। वहीं बलिया में आज डीआइजी नायब तहसीलदार से पूछताछ करेंगे।
वाराणसी, जेएनएन। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा कि विपक्ष ही नहीं, जब सत्तापक्ष के सांसद व विधायक भी आवाज उठाने लगे हैं। मनियर नगर पंचायत की कर्मठ और ईमानदार कार्यकारी अधिकारी मणिमंजरी राय की मौत के पीछे साजिश की आशंका जताई है। मामले की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। सरकार को अविलंब जांच कमेटी गठित कर देनी चाहिए। बेहतर होगा कि प्रदेश सरकार पूरी घटना और उसकी पृष्ठभूमि की जांच सीबीआइ से कराएं।
अजय राय ने बीते मंगलवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा कि न केवल कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने, बल्कि बलिया सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त व मोहम्मदाबाद विधायक अलका राय ने भी घटना की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच की मांग की है। क्षेत्रीय जनमत का मानना है कि बेहद ईमानदार अधिकारी मणिमंजरी राय थीं। उन्होंने जिस तरह अवैध ठेकों आदि पर नियमानुसार अंकुश लगाने की कोशिश की, उससे परेशान होकर स्वार्थ में लिप्त रसूखदारों ने गहरी साजिश कर घटना को अंजाम तक ले गए। जिसका उजागर होना न्याय की जरूरत है जो सीबीआइ जैसी जांच एजेंसी से संभव होगा। इस जिम्मेदारी की उपेक्षा करना, साजिश के दोषी रसूखदारों को संरक्षण देने के समान माना जाएगा।
मृतक ईओ के पिता पहले ही कर चुके हैं सीबीआई जांच की मांग
बलिया में ईओ मणिमंजरी राय खुदकुशी मामले में उनके पिता ने आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या कर शव लटकाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए। इसके अलावा युवा भी अब सीबीआई जांच को लेकर सड़क पर उतर गए थे। कहना था कि पुलिस जांच में हीलाहवाली कर रही है इसलिए मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।
नायब तहसीलदार व वाहन चालक से पूछताछ करेंगे डीआइजी
पुलिस का दावा है कि उसने इस मामले को लगभग सुलझा लिया है। बुधवार को डीआइजी आजमगढ़ सुभाष चंद्र दुबे के पूछताछ के बाद इस महत्वपूर्ण घटना से पर्दा हट सकता है। डीआइजी खुद बैरिया तहसील के नायब तहसीलदार रजत सिंह व वाहन चालक चंदन वर्मा से पूछताछ करेंगे। पुलिस इस मामले को विभागीय व निजी संबंधों से जोड़कर जांच कर रही है। मणिमंजरी के काल डिटेल्स में नायब तहसीलदार से लंबी बातचीत आई है। इस आधार पर पुलिस ने नायब तहसीलदार को नोटिस दिया था।
डीआजी ने एक दिन पूर्व जांच प्रगति के बारे में ली थी विस्तारपूर्वक जानकारी
मंगलवार को वह जिला मुख्यालय पहुंच गए। नायब तहसीलदार से अभी पूछताछ की कवायद हो ही रही थी कि पुलिस उप महानिरीक्षक के खुद पूछताछ करने की बात पर मामला रूक गया। इस दौरान डीआइजी ने इस मामले में अब तक की हुई जांच प्रगति के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी ली। ऐसे में माना जा रहा है कि नायब तहसीलदार तथा वाहन चालक से वे स्वयं पूछताछ कर सकते है। नायब तहसीलदार का इस मामले में नाम मणिमंजरी के मोबाइल के काल डिटेल्स व वाहन चालक चंदन वर्मा के बयान के बाद आया है। सदर कोतवाल विपिन ङ्क्षसह ने बताया कि इस मामले में पुलिस लगभग घटना की तह तक पहुंच गई है।