कोर्ट की सख्ती के बाद कब्जा हटाने वाराणसी नगर निगम समेत जिला और पुलिस प्रशासन के अफसर उतरे सड़क पर
इन दिनों नगर की सड़कों पर हल्ला गाड़ी (अतिक्रमण रोधी दस्ता) ने कहर बरपा दिया है। सड़क व पटरियों पर हुए कब्जा से रोज टकरा रही है। अतिक्रमण के विरुद्ध बुधवार को भी अभियान चला। पांडेयपुर से लालपुर तक जमकर कार्रवाई हुई।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। इन दिनों नगर की सड़कों पर हल्ला गाड़ी (अतिक्रमण रोधी दस्ता) ने कहर बरपा दिया है। सड़क व पटरियों पर हुए कब्जा से रोज टकरा रही है। अतिक्रमण के विरुद्ध बुधवार को भी अभियान चला। पांडेयपुर से लालपुर तक जमकर कार्रवाई हुई। दर्जनों गुमटियां ध्वस्त कर दी गई। इतने ही अस्थाई निर्माण ढहाए गए।
इस दौरान दुकानदारों में अफरा-तफरी मची रही। पांडेयपुर फ्लाइओवर के ऊपर भी तमाशबीन जुटे रहे। भारी फोर्स के आगे विरोध करने वालों की एक न चली। दूर से ही नारेबाजी कर मन को संतोष किया। अब सवाल यह है कि विस चुनाव 2022 सिर पर है। ऐसे में जनता की नाराजगी भरी कार्रवाई को लेकर इतनी तत्परता क्यों बरती जा रही हैं तो जनाब यह भी समझ लें। इस बाबत हाईकोर्ट ने सख्ती की है। आदेशित किया है कि जिले के आला अफसर की मौजूदगी में सड़कों व पटरियों से कब्जा हटाया जाए। यही वजह है कि हर दिन कोई न कोई बड़ा अफसर अभियान में शामिल हो रहा है।
कोर्ट को देने के लिए फोटो युक्त रिपोर्ट तैयार हो रही है
फोटो युक्त रिपोर्ट तैयार हो रही है जिसे कोर्ट को प्रस्तुत किया जाएगा। पहले दिन पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश, जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा, नगर आयुक्त प्रणय सिंह समेत अन्य अफसर सड़क पर उतरे थे। विभिन्न इलाकों में अतिक्रमण के विरुद्ध कार्रवाई की गई। ऐसे ही पांडेयपुर में चले अभियान में एसपी ट्रैफिक दिनेश कुमार पुरी, एडीसीपी वरुणा जोन प्रबल प्रताप सिंह, एसीपी सारनाथ संतोष मीणा, थाना प्रभारी लालपुर-पांडेयपुर सुधीर कुमार सिंह मय पुलिस फोर्स डटे रहे। नगर निगम अतिक्रमण दस्ता के साथ पांडेयपुर चौराहा, लालपुर में नाली व पटरी से अतिक्रमण को हटाया गया। एडीसीपी वरुणा प्रबल प्रताप सिंह ने बताया कि यह अभियान अनवरत महीनों तक चलता रहेगा जब तक कि पूरे शहर को अतिक्रमण मुक्त नहीं कर दिया जाए। अतिक्रमण हटाने का क्रम शहर में अभी जारी रहेगा।