वाराणसी में 12 दिसंबर के बाद सिर्फ सीएनजी नावों का ही गंगा में किया जा सकेगा संचालन
गंगा में अब डीजल चालित मोटर बोट चलाने पर लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा। प्रदूषण नियंत्रण की दृष्टि से नगर निगम प्रशासन ने यह आदेश जारी किया है। इसके तहत अब गंगा में मोटरबोट के संचालन पर पूर्ण रोक लगाई गई है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : गंगा में अब डीजल चालित मोटर बोट चलाने पर लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा। प्रदूषण नियंत्रण की दृष्टि से नगर निगम प्रशासन ने यह आदेश जारी किया है। इसके तहत अब गंगा में मोटरबोट के संचालन पर पूर्ण रोक लगाई गई है। अब गंगा में सिर्फ सीएनजी नावों का ही संचालन हो सकेगा।
अपर नगर आयुक्त सुमित कुमार की ओर गुरुवार को इस आशय का जारी कर दिया। नगर निगम में घंटों चली बैठक के बाद डीजल-पेट्रोल चालित नावों को लेकर यह फैसला किया गया। निर्देश के तहत सभी मोटर चालित नावों को 12 दिसंबर के पूर्व हर हाल में सीएनजी में कन्वर्ट कराने का निर्देश भी अनुज्ञप्ति विभाग को दिया गया है। अपर नगर आयुक्त ने बताया कि यदि कोई नाविक गंगा में मोटर बोट का संचालन करता मिला तो लाइसेंस को निरस्त करने के साथ ही नाव भी जब्त की जाएगी। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम लोकार्पण के लिए 13 दिसम्बर को पीएम नरेंद्र मोदी के आगमन के दौरान गंगा में सीएनजी नाव व बजड़े ही चलेंगे।
काशी विश्वनाथ मंदिर तक पाथ-वे बनेंगे चकाचक
श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण करने के लिए दो दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र काशी आ रहे पीएम मोदी के आगमन के मद्देनजर शहर सजने लगा है। नगर निगम ने सभी पाथ-वे को बनाने का काम शुरू कर दिया है। खासकर उन पाथ-वे के निर्माण पर ज्यादा फोकस है जो श्री काशी विश्वनाथ मंदिर जाने वाले मार्ग को जोड़ता है। तेलियाबाग के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से लेकर मंदिर तक के सभी पाथ-वे चकाचक किए जाएंगे। नगर निगम ने इसके लिए युद्ध स्तर पर काम तेज कर दिया है। उधर, डिवाइरों की रंगाई-पोताई व धुलाई का काम भी जोर-शोर से जारी है। पूरे शहर में दीपावाली जैसा आयोजन कराने के लिए सभी स्ट्रीट लाइटों को बदलने का काम जोर-शोर से जारी है। शहर में लगे खंभों को एलईडी झालरें लगाकर आकर्षक बनाया जा रहा है। शहर में धूल को कम करने के लिए जहां भी टूट-फूट है उसको दुरुस्त किया जा रहा है।