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वाराणसी में सपा के प्रदर्शन पर प्रशासन की पैनी नजर, कई पार्टी नेता और पदाधिकारी हाउस अरेस्‍ट

सोमवार को सपा के प्रदेशव्यापी जिला मुख्यालय धरना प्रदर्शन को देखते हुए सोमवार की सुबह से ही वाराणसी जिला मुख्यालय पर सुरक्षा की दृष्टि से भारी फोर्स के साथ खुद एसएसपी अमित पाठक भी मौके पर मौजूद रहे।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Mon, 14 Dec 2020 12:03 PM (IST)Updated: Mon, 14 Dec 2020 01:27 PM (IST)
वाराणसी में सपा के प्रदर्शन पर प्रशासन की पैनी नजर, कई पार्टी नेता और पदाधिकारी हाउस अरेस्‍ट
जिला मुख्यालय पर सुरक्षा की दृष्टि से भारी फोर्स के साथ खुद एसएसपी अमित पाठक भी मौके पर मौजूद रहे।

वाराणसी, जेएनएन। किसान बिल के विरोध में सोमवार को आयोजित समाजवादी पार्टी के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए मुख्‍यालय परिसर सहित शास्‍त्री घाट पर पुलिस बल की तैनाती की गई है। सुबह से ही पुलिस बलों की तैनाती के साथ ही जिले के दर्जन भर से अधिक सपा नेताओं और संगठन पदाधिकारियों पर पुलिस ने सख्‍ती करने हुए उनको घर में नजरबंद कर दिया। अब देशव्‍यापी होते जा रहे किसान आंदोलन को विपक्षी दलों द्वारा सक्रियता से कानून व्‍यवस्‍था में भी समस्‍या आने लगी है। दोपहर में शास्त्री घाट से सपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने वापस लौटा दिया तो वहीं किसान संगठनों ने कृषि कानून के विरोध में ज्ञापन सौंपा।

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सोमवार को सपा के प्रदेशव्यापी जिला मुख्यालय धरना प्रदर्शन को देखते हुए सोमवार की सुबह से ही वाराणसी जिला मुख्यालय पर सुरक्षा की दृष्टि से भारी फोर्स के साथ खुद एसएसपी अमित पाठक भी मौके पर मौजूद रहे।केन्द्र सरकार के ओर से लाये गए दो कृषि कानूनों और एक संशोधन के खिलाफ किसान सोमवार को 18वें दिन भी देश की राजधानी के सीमा पर कानून वापस लेने की मांग को लेकर अड़े हैंं। सपा के किसानों के समर्थन में प्रदेशव्यापी धरना -प्रदर्शन को देखते हुए डीजीपी की ओर से सतर्कता बरतते का निर्देश दिया गया था। जिसका असर वाराणसी में भी देखने को मिला। शहर के अलग - अलग हिस्सों में पुलिस बल के अलावा पीएसी की भी टीमें एहतियात के तौर ओर लगाई गई है। एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि जिला मुख्यालय पर सुरक्षा की दृष्टि से 15 थानों की पुलिस बल और दो कम्पनी पीएसी समेत 25 क्यू आर टी फोर्स की तैनाती की गई है।

सोमवार को प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस प्रशासन नेताओं को नजरबंद करने मेंं जुटी रही। किसान आंदोलन में पूर्वांचल के नेताओं की सक्रियता को देखते हुए पुलिस आंदोलन के लिए सक्रिय लोगों पर सख्‍ती भी कर रही है। सोमवार को मिर्जामुराद में मेंहदीगंज गांव निवासी किसान आंदोलन के समर्थक एनएपीएम के राज्य संयोजक और मनरेगा मजदूर यूनियन के नेता सुरेश राठौर को पुलिस द्वारा घर पर ही नजर बंद कर दिया गया। बीरभानपुर में पूर्व राज्य मंत्री सुरेंद्र सिंह पटेल तथा पूर्व विधायक महेंद्र सिंह पटेल को पुलिस ने उनके आवास पर नजरबंद किया गया है। लंका क्षेत्र में सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सतीश फौजी , कमल पटेल, वरुण सिंह, सत्य प्रकाश सोनकर सोनू, डब्लू मौर्या, अमन यादव, अजय यादव, संजय प्रियदर्शी को उनके आवास और कार्यालय पर पुलिस ने नजरबंद किया है।


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