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वाराणसी के सेवापुरी में मटुका में बना मिनी सचिवालय, दीवारों पर अंकित होंगे जरूरी फोन नंबर

आदर्श गांव मटुका में मिनी सचिवालय बन गया है। लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना है। आते जाते राहगीर रुककर सेल्फी लेने में पीछे नहीं रहते। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी पंचायत भवनों को मिनी सचिवालय बनाने व उसी तरह से कार्य करने का निर्देश पिछले दिनों दिया था।

By saurabh chakravartiEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 08:30 AM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 10:13 AM (IST)
वाराणसी के सेवापुरी में मटुका में बना मिनी सचिवालय, दीवारों पर अंकित होंगे जरूरी फोन नंबर
आदर्श गांव मटुका में मिनी सचिवालय बन गया है।

वाराणसी, जेएनएन। आदर्श गांव मटुका में मिनी सचिवालय बन गया है। लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना है। आते जाते राहगीर रुककर सेल्फी लेने में पीछे नहीं रहते। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी पंचायत भवनों को मिनी सचिवालय बनाने व उसी तरह से कार्य करने का निर्देश पिछले दिनों दिया था।

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जिले में इस पर काम शुरू हो गया है हालांकि अभी बहुतायत गांवों में पंचायत भवन नहीं हैं। जिले में नए निर्मित हो रहे लगभग 180 पंचायत भवनों में से एक दर्जन के आसपास ही तैयार हो पाए हैं। बावजूद प्रशासन सेवापुरी के 87 ग्राम पंचायतों में से 52 पंचायत भवनों को मिनी सचिवालय के रूप में तैयार करने में जुट गया है। इनकी दीवारों पर लेखपाल सचिव समेत अन्य जरूरी फोन नंबर अंकित कराए जा रहे हैैं। अधिकारियों के मिलने का तय समय भी इस पर लिखा जाएगा। तय समय पर संबंधित अधिकारी को पंचायत भवन में आकर बैठना अनिवार्य होगा। ग्रामीण संबंधित अधिकारी से मिल सकेंगे। जमीन, खेत आदि की पैमाइश जहां करा सकेंगे वहीं विभागीय योजनाओं के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। अगले चरण में चुनिंदा पंचायत भवनों में जन सुविधा केंद्र भी खोलने की तैयारी है। कमिश्नर की ओर से इस आशय का आदेश भी जारी कर दिया गया है। इसके खुलने के बाद कोई भी व्यक्ति पंचायत भवन जाकर खतौनी, आधार कार्ड समेत अन्य आवश्यक दस्तावेज प्राप्त कर सकता है।

बनारस का मोहल्ला स्कूल अभियान काफी सफल

कोरोना काल में जूनियर हाईस्कूल स्तर के बच्चों को पठन-पाठन से जोड़े रखने के लिए बनारस का मोहल्ला स्कूल अभियान काफी सफल माना जा रहा है। अभियान के तहत परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक गांव में जाकर दस से 25 बच्चों की टोली बनाकर पढ़ा रहे हैं। शिक्षकों के इस पहल की अभिभावक भी खूब सराहना कर रहे हैं। बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए अब इसका नाम बदल कर मेरा घर-मेरा स्कूल कर दिया गया है। वहीं, अब बनारस माडल को पूरे सूबे में लागू करने की तैयारी चल रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसकी घोषणा भी कर चुके हैं। वहीं, जनपद से भी मोहल्ला स्कूल माडल की रूपरेखा बेसिक शिक्षा विभाग को प्रेषित की जा चुकी है। कोरोना महामारी को देखते हुए सभी शैक्षिक संस्थाओं को आनलाइन क्लास चलाने का निर्देश था। शासन के निर्देश पर परिषदीय विद्यालयों में भी आनलाइन क्लास की शुरुआत की गई। काफी प्रयास के बाद शिक्षक 40 फीसद बच्चों को ही आनलाइन क्लास से जोड़ सके। स्मार्ट मोबाइल फोन व टीवी न होने के कारण करीब 60 फीसद बच्चे आनलाइन क्लास से नहीं जुड़ सके। इसे देखते हुए अगस्त में सेवापुरी ब्लाक के शिक्षकों ने घर-घर जाकर पढ़ाने के लिए दस-दस बच्चों को गोद लेने का निर्णय लिया। धीरे-धीरे इसकी शुरुआत अन्य ब्लाकों में की गई।


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