श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर दफ्तर ध्वस्त, बाबा धाम विस्तारीकरण-सुंदरीकरण परियोजना के तहत की गई कार्रवाई
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर विस्तारीकरण व सुंदरीकरण परियोजना क्षेत्र में आ रहा दफ्तर मंगलवार को ध्वस्त कर दिया गया।
वाराणसी, जेएनएन। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर विस्तारीकरण व सुंदरीकरण परियोजना क्षेत्र में आ रहा दफ्तर मंगलवार को ध्वस्त कर दिया गया। इसके साथ ही बाबा दरबार दफ्तर पूरी तरह चित्रा सिनेमा हाल परिसर में स्थानांतरित कर दिया गया। इसके साथ ही मलबा हटाने के लिए मजदूरों की पूरी फौज उतारी गई है। भवन ध्वस्त करने के लिहाज से ही चार दिनों से रास्ता भी बंद कर दिया गया था।
मंदिर दफ्तर के रूप में उपयोग किए जा रहे गोयनका भवन भू-खंड पर इस भवन का दो साल पहले निर्माण किया गया था। इस पर 2.34 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। इसमें दफ्तरों के साथ सत्संग हाल-पार्किंग आदि का भी निर्माण होना था। सरकार बदलने के साथ श्रद्धालुओं की सुगमता के लिए बाबा दरबार से गंगा तट तक कारिडोर का खाका खींचा गया और पिछले वर्ष दफ्तर भी सरस्वती फाटक से इस भवन में शिफ्ट कर दिया गया। कारिडोर की डिजाइन व डीपीआर सामने आया तो इसमें गोयनका भवन बीच में आने लगा। इसे देखते हुए दफ्तर को बाहर ले जाने का खाका खींचा गया। इसके लिए वर्षों से बंद पड़े चित्रा सिनेमा परिसर को किराये पर लिया गया। लगभग छह लाख रुपये खर्च कर रंगाई-पोताई व साज-सज्जा की गई।
कंट्रोल रूम भवन ध्वस्तीकरण की तैयारी, फारिया लेन से होगा संचालन
दफ्तर ध्वस्त करने के बाद अब ज्ञानवापी नियंत्रण भवन ध्वस्त करने की तैयारी है। नियंत्रण कक्ष के लिए नई व्यवस्था होने तक इसे अस्थायी रूप में नंदू फारिया लेन स्थित एक मकान से संचालित किया जाएगा। फिलहाल, भवन ध्वस्तीकरण को लेकर मंदिर प्रशासन कागजी कार्रवाई में जुटा है।