वाराणसी में गंगा तट पर नैत्यिक आरती आठ माह बाद शुरू, कोविड गाइड लाइन का भी अनुपालन
आठ महीने बाद शनिवार से शुरू हुई गंगा आरती में शामिल होने के लिए लोग भी आए। दशाश्वमेध घाट पर विश्व प्रसिद्ध दैनिक गंगा आरती 18 मार्च से बन्द है। नैत्यिक तौर पर आयोजित मांं गंगा की आरती एक अर्चक कर रहे थे।
वाराणसीए जेएनएन। काशी में होने वाली विश्व प्रसिद्ध दैनिक मांं गंगा की आरती अब कोरोना वायरस खतरों के दौरान लाकडाउन के बाद बाद शनिवार को दोबारा शुरू हो गई। आरती का प्रारम्भ सात अर्चक गंगा घाट पर मांं गंगा की पारंपरिक दैनिक आरती करते रहे हैं। आठ महीने बाद शनिवार से शुरू हुई गंगा आरती में शामिल होने के लिए लोग भी आए। दशाश्वमेध घाट पर विश्व प्रसिद्ध दैनिक गंगा आरती 18 मार्च से बन्द है। नैत्यिक तौर पर आयोजित मांं गंगा की आरती एक अर्चक कर रहे थे। लॉक डाउन से सांकेतिक मांं गंगा की आरती कोविड-19 के गाइडलाइन के तहत हो रही थी। मांं गंगा की आरती गंगा सेवा निधि द्वारा दशाश्वमेध घाट पर की जाती है।
विश्व प्रसिद्ध पारंपरिक दैनिक मांं गंगा की आरती कोविड-19 के गाइडलाइन के तहत शनिवार को की गई। व्यवस्थाओं और आरती स्थल को सेनेटाइज करने के साथ ही आरती परिसर में आने वाले श्रद्धालुओं को उचित दूरी पर बैठाया गया। मांं गंगा की दैनिक आरती में आरती स्थल पर मास्क लगा कर ही बैठना अनिवार्य किया गया है। वही संस्था की ओर से अध्यक्ष सुशांत मिश्र ने बताया कि मांं गंगा की आरती में कोविड-19 की गाइड लाइन का पूरी तरह पालन किया जाएगा। आरती परिसर में सभी श्रद्धालुओ से निवेदन किया गया कि वो मास्क का प्रयोग अवश्य करें। पारंपरिक दैनिक मांं गंगा की आरती में शनिवार को सचिव सुरजीत सिंह,हनुमान यादव आदि उपस्थित थे।