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एक वर्ष पहले चीन के वुहान में पुष्ट हुआ था कोरोना का पहला मामला, वाराणसी से ऐसे जुड़ा है नाता

वाराणसी में वैसे तो कोरोना संक्रमण का पहला मामला 21 मार्च को आया था। मगर इसके केंद्र रहे वुहान में इसने दिसंबर 2019 से ही आतंक मचाना शुरू कर दिया था जिसने बाद में धीरे-धीरे दुनिया के तमाम देशों को अपनी जद में ले लिया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 01 Jan 2021 12:40 PM (IST)Updated: Fri, 01 Jan 2021 06:04 PM (IST)
एक वर्ष पहले चीन के वुहान में पुष्ट हुआ था कोरोना का पहला मामला, वाराणसी से ऐसे जुड़ा है नाता
वाराणसी में वैसे तो कोरोना संक्रमण का पहला मामला 21 मार्च को आया था।

वाराणसी, जेएनएन। जिले में वैसे तो कोरोना संक्रमण का पहला मामला 21 मार्च को आया था। मगर इसके केंद्र रहे वुहान में इसने दिसंबर 2019 से ही आतंक मचाना शुरू कर दिया था, जिसने बाद में धीरे-धीरे दुनिया के तमाम देशों को अपनी जद में ले लिया। कोरोना महामारी से अभी लोगों को राहत मिलनी शुरू ही हुई कि अब नए स्ट्रेन ने चिंता को बढ़ा दिया। साउथ वेस्ट पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी, चेंग्दू-चीन में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर डा. अंबरीश सिंह 25 दिसंबर 2019 को अपने भाई की शादी में शामिल होने बनारस पहुंचे थे। फरवरी में उन्हें वापस लौटना था, लेकिन कोरोना के चलते वे अभी यहीं रूके हैं और शैक्षणिक दायित्वों का निर्वहन वर्चुअल माध्यम से कर रहे हैं।

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डा. अंबरीश सिंह की ओर से उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक हुबेई प्रांत में एक दिसंबर 2019 को एक 65 वर्षीय बुजुर्ग में असामान्य बुखार व खांसी जैसे लक्षण मिले। 27 दिसंबर को डा. जैंग जिआन ने सबसे पहले कोविड-19 महामारी को लेकर अलर्ट किया। दरअसल, 26 दिसंबर 2019 की सुबह एक बुजुर्ग दंपति वुहान प्रांत स्थित उनके हास्पिटल में भर्ती हुए। उनकी सीटी स्कैन की इमेज अन्य वायरल संक्रमण से बिल्कुल अलग थी। डा. जैंग ने दोनों के बेटे को जांच के लिए बुलवाया। बेटे में कोई लक्षण तो नहीं थे, लेकिन सीटी स्कैन की इमेज बिल्कुल माता-पिता जैसी ही थी। इसी दिन दक्षिणी चीन निवासी एक सी-फूड कारोबारी भी अस्पताल में भर्ती हुआ। उसे भी बुजुर्ग दंपति की तरह बुखार, खांसी थी। जांच में उसके फेफड़ों की भी वही दशा रही। इसके बाद 30 दिसंबर को वुहान म्युनिसिपल हेल्थ कमीशन के मेडिकल एडमिनिस्ट्रेशन ने अज्ञात कारणों से हो रहे निमोनिया को लेकर अर्जेंट लेटर जारी किया। 31 दिसंबर को चीन ने डब्ल्यूएचओ को आधिकारिक रूप से नए तरह के वायरस के संदर्भ में सूचित किया। भारत में कोरोना का पहला मामला केरल में 30 जनवरी को मिला था। धीरे-धीरे इसने दुनिया के तमाम देशों को अपनी चपेट में ले लिया। डब्ल्यूएचओ ने 12 मार्च 2020 को इस वायरस के संक्रमण को महामारी घोषित किया। कोरोना महामारी में चीन की स्थिति कई देशों से बेहतर है। 31 दिसंबर 2020 तक यहां कंफर्म केस 96743 थे। इनमें से 90577 ठीक हो चुके हैं, जबकि 4789 मौतें हुई।


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