मिड-डे-मील की निगहबानी के लिए होगी छापेमारी, बीईओ की अध्यक्षता में ब्लाक स्तर पर जल्द बनेगी टीम
चोपन ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय सलईबनवा में एक लीटर दूध में बाल्टी भर पानी मिलाकर 81 बच्चों को परोसने के मामले में कार्रवाई से सहमे अधिकारियों ने मंथन शुरू कर दिया है।
सोनभद्र, जेएनएन। चोपन ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय सलईबनवा में एक लीटर दूध में बाल्टी भर पानी मिलाकर 81 बच्चों को परोसने के मामले में कार्रवाई से सहमे अधिकारियों ने मंथन शुरू कर दिया है। अब मिड-डे-मील की निगहबानी के लिए क्रॉस चेकिंग प्रक्रिया का प्रस्ताव शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने रखा है। इसके लिए हर ब्लाक में खंड शिक्षा अधिकारियों की अगुवाई में टीम का गठन किया जाएगा। यह टीम औचक छापेमारी या निरीक्षण के लिए विद्यालयों में धमकेगी। खामियों की गूंज राजधानी तक जाने के बाद विभाग किसी भी स्तर से एमडीएम में चूक नहीं होने की तैयारी में जुट गया है।
विदित हो कि प्राथमिक विद्यालय सलईबनवा में बीते बुधवार को जब 81 बच्चों के बीच एक लीटर दूध में एक बाल्टी पानी मिलाकर पिलाने का मामला प्रकाश में आया तो विभाग की जमकर किरकिरी हुई। इसमें जांच के बाद जहां शिक्षामित्र जितेंद्र की सेवा समाप्त करते हुए उसके खिलाफ चोपन थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है वहीं प्रभारी प्रधानाध्यापक श्लेष कुमार कनौजिया को निलंबित कर दिया गया है। दूसरी ओर चोपन ब्लाक के खंड शिक्षा अधिकारी मुकेश कुमार के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए शिक्षा निदेशालय को पत्र भेजा गया है। इस कार्रवाई के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। मिड-डे-मील ही नहीं, शिक्षण कार्य को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों के बीच मंथन शुरू हो गया।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. गोरखनाथ पटेल ने खंड शिक्षा अधिकारियों की बैठक में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए सबसे रायशुमारी की। इसके बाद निर्णय लिया गया कि प्रतिदिन अधिक से अधिक विद्यालयों की जांच की जाएगी। यह जांच बीएसए तो करेंगे ही, खंड शिक्षा अधिकारियों की अध्यक्षता में गठित टीम द्वारा भी कराया जाएगा। टीम क्रॉस चेकिंग प्रक्रिया से एमडीएम की पड़ताल करेंगी। इसके अंतर्गत जिस ब्लाक की टीम होगी उसे दूसरे ब्लाक के अधिक से अधिक स्कूलों की जांच कर रिपोर्ट देनी होगी। यह भी निर्णय लिया गया है कि मामूली लापरवाही व गलती भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और संबंधितों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण की रिपोर्ट तत्काल देने के साथ ही प्रेरणा एप पर भी मुहैया करानी होगी।