यूपी के कुंभकारों को सरकार की बड़ी सौगात, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड ने गठित किया माटीकला बोर्ड
उत्तर प्रदेश में पालीथिन के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाने के बाद मिट्टी के बर्तनों का प्रयोग बढ़ाने तथा कुंभकारों के जीवन को संवारने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिट्टी कला के कारीगरों के लिए बड़ी योजना का ऐलान कर दिया है।
मऊ, जेएनएन। राज्य में पालीथिन के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाने के बाद मिट्टी के बर्तनों का प्रयोग बढ़ाने तथा कुंभकारों के जीवन को संवारने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिट्टी कला के कारीगरों के लिए बड़ी योजना का ऐलान कर दिया है। उत्तर प्रदेश खादी बोर्ड के तहत माटीकला बोर्ड का गठन कर सरकार ने मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना काे धरातल पर उतार दिया है।
इसके तहत माटीकला से जुड़े उद्यमियों एवं शिल्पकारों को 10 लाख रुपये तक ऋण दिया जाएगा, जिसमें पूंजीगत धनराशि पर 25 प्रतिशत तक मार्जिनमनी के रूप में अनुदान स्वरूप प्राप्त होगी। इसके लिए प्रत्येक जिले में लक्ष्य भी आवंटित कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना के बारे में जानकारी देते हुए जिला ग्रामोद्योग अधिकारी वीरेंद्र प्रसाद धर ने बताया कि प्लास्टिक निर्मित कप, प्लेट के विकल्प रूप में मिट्टी के निर्मित बर्तनों के उपयोग एवं उसके औद्योगिक उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए माटीकला रोजगार योजना चलाई गई है। इसके लिए परंपरागत कारीगरों को प्रशिक्षित कराते हुए माटीकला के उत्पादों के विपणन की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
कहा कि इस योजना से वे कुंभकार लाभान्वित होंगे जिनकी उम्र 18 से 55 वर्ष के बीच हो तथा वे माटीकला का परंपरागत कार्य वर्तमान में कर रहे हों। माटीकला से जुड़े उद्यमियों, शिल्पकारों एवं समितियों के कामगारों के लिए योजना अंतर्गत 10 लाख रुपये तक ऋण बैंक के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं, पांच लाख रुपये से अधिक कर्ज प्राप्त करने के लिए कुंभकारों को कम से कम आठवीं कक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। 22 जनवरी से पहले योजना की विस्तृत जानकारी के लिए जिला ग्रामद्योग कार्यालय अंधा मोड़ भीटी में संपर्क किया जा सकता है।