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वाराणसी में स्मार्ट हुए 69 परिषदीय विद्यालय, कंपनियों ने सीएसआर फंड से लगाए 1965.65 लाख रुपये

आपरेशन कायाकल्प व मिशन प्रेरणा के तहत परिषदीय स्कूलों का कलेवर अब बदल रहा है। वहीं इस क्रम में कंपनियों के सीएसआर फंड से जनपद के 69 विद्यालयों को स्मार्ट बनाया जा चुका है। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में रूम टू रीड संस्था 580 स्कूलों में लाइब्रेरी चला रही है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 01 Oct 2020 11:09 PM (IST)Updated: Thu, 01 Oct 2020 11:09 PM (IST)
वाराणसी में स्मार्ट हुए 69 परिषदीय विद्यालय, कंपनियों ने सीएसआर फंड से लगाए 1965.65 लाख रुपये
आपरेशन कायाकल्प व मिशन प्रेरणा के तहत परिषदीय स्कूलों का कलेवर अब बदल रहा है।

वाराणसी [अजय कृष्ण श्रीवास्तव]। आपरेशन कायाकल्प व मिशन प्रेरणा के तहत परिषदीय स्कूलों का कलेवर अब बदल रहा है। वहीं इस क्रम में विभिन्न कंपनियों के सीएसआर फंड से जनपद के 69 विद्यालयों को स्मार्ट बनाया जा चुका है। इनमें स्मार्ट क्लास के तहत दो-दो कंप्यूटर, प्रिंटर, डेस्क-बेंच, रूम-टू-रीड, सफेद बोर्ड, आरओ, सबमर्सिबल पंप, टाइल्स सहित अन्य सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में रूम टू रीड संस्था 580 स्कूलों में लाइब्रेरी चला रही है। इसके अलावा 149 स्कूलों में टाट-पट्टी के स्थान पर अब डेस्क हैं। 137 विद्यालयों में में सफेद बोर्ड, 111 स्कूलों में आरओ, 57 स्कूलों में कंप्यूटर की सुविधा हुई है। गेल इंडिया ने सीएसआर फंड से 20 स्कूलों को कंप्यूटर व प्रोजेक्टर दिया है। नेशनल एल्यूमिनियम कंपनी (नाल्को) ने 140 विद्यालयों में फर्नीचर, 127 में सफेद बोर्ड, 50 में कंप्यूटर, सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं।

अध्यापक भी जुटा रहे संसाधन

विभिन्न कंपनियां सीएसआर फंड से वाराणसी के परिषदीय विद्यालय में अब तक 1965.65 लाख रुपये खर्च कर चुकी हैं। जबकि अध्यापक भी स्वयं के संसाधन से पांच विद्यालयों में कंप्यूटर और प्रोजेक्टर लगाकर बच्चों को पढ़ा रहे हैं। वहीं 111 स्कूलों में आरओ लगवाया जा चुका है।

312 स्कूलों में सबमर्सिबल पंप

312 विद्यालयों में शुद्ध पेयजल के लिए सबमर्सिबल पंप लगाए हैं। सबमर्सिबल पंप के लिए पावर फाइनेंस कारपोरेशन ने 2.18 करोड़ रुपये दिए हैं। जनपद के करीब 450 विद्यालयों में दरी उठ चुकी है। दूसरी ओर गेल इंडिया लिमिटेड ने 20 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास बनवाने के लिए सीएसआर फंड से 43.3 लाख रुपये लगाए हैं। 

इन संस्थाओं ने इतने रुपये किए खर्च

580 लाख रुपये रूम टू रीड

90 लाख रुपये आद्रा इंडिया

420.75 लाख रुपये नेशनल एल्यूमिनियम कंपनी

50 लाख रुपये एडीएफसी बैंक

140 लाख रुपये एयरपोर्ट अथारिटी

95 लाख रुपये स्टेट बैंक ऑफ इंडिया

06 लाख रुपये सोनाटा इंडिया प्रा.लि.

03.6 लाख रुपये रोटरी क्लब, वाराणसी

05.5 लाख यूनाइटेट इंश्योरेंस कंपनी

218 लाख रुपये पावर फाइनेंस कार्पोरेशन

20 लाख कोकाकोला इंडिया

43.6 लाख रुपये गेल इंडिया लि.

4.5 लाख रुपये बैंक आफ बड़ौदा

0.3 लाख रुपये फेडरल बैंक

04 लाख रुपये अवादा पावर

1.8  लाख रुपये यूनियन बैंक

99 लाख रुपये एसडीएफसी एग्रो

18 लाख रुपये नोडर्ड एंड लेप्रोसी रिलीफ फाउंडेशन

04 लाख रुपये प्रियंका एजुेकेशन सोसाइटी

1.6 लाख रुपये तरूण बाल एवं महिला विकास सोसाइटी

1965.65 लाख के काम सीएसआर फंड से

800 विद्यालयों में स्वच्छता अभियान

580 विद्यालयों में रूम टू रीड लाइब्रेरी

312 विद्यालयों में सबमर्सिबल पंप  

149 विद्यालयों में डेस्क बेंच

137 विद्यालयों में में सफेद बोर्ड 

111 विद्यालयों में आरओ

69 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास

57 विद्यालयों में कंप्यूटर

61 विद्यालयों में शौचालयों का नवीकरण

19 विद्यालयों का नवीनीकरण

16 दिव्यांग बच्चों के लिए टायलेट


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