वाराणसी में चार वर्षों में 63203 ने उठाया पीएमएमवीवाई योजना का लाभ, तीन किस्तों में मिलते हैं 5000 रुपये
जनवरी-2017 से 15 मार्च 2021 तक जनपद में 63203 लाभार्थियों को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ मिल चुका है। योजना के तहत जिले में अब तक 25.76 करोड़ रुपये डीबीटी के माध्यम से लाभाॢथयों के खाते में भेजे जा चुके हैं।
वाराणसी, जेएनएन। जनवरी-2017 से 15 मार्च 2021 तक जनपद में 63203 लाभार्थियों को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ मिल चुका है। योजना के तहत जिले में अब तक 25.76 करोड़ रुपये डीबीटी के माध्यम से लाभाॢथयों के खाते में भेजे जा चुके हैं। योजना के चार साल पूरे होने के उपलक्ष्य में यह जानकारी एसीएमओ एवं नोडल अधिकारी डा. एके मौर्य ने सोमवार को साझा की।
उन्होंने बताया कि बनारस के साथ ही पूरे प्रदेश में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना जनवरी-2017 से शुरू की गई। पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं को योजना के तहत तीन किस्तों में 5000 रुपये दिए जाते हैं। पहली किस्त 1000 रुपये की होती है, जो कि गर्भावस्था के दौरान पहले 150 दिनों के अंदर पंजीकरण कराने के बाद दी जाती है। दूसरी किस्त गर्भावस्था के 180 दिनों के अंदर कम से कम एक प्रसव-पूर्व जांच (एएनसी) कराने पर प्रदान की जाती है। दूसरी किस्त में लाभार्थी को 2000 रुपये मिलते हैं। तीसरी किस्त प्रसव के 42 दिनों के बाद बच्चे का प्रथम चरण का टीकाकरण पूर्ण होने पर मिलती है। इसके तहत लाभार्थी को 2000 रुपये दिए जाते हैं। यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है और पोर्टल से जुड़ी है। पोर्टल पर लाभार्थी का पंजीकरण होना जरूरी है, क्योंकि इसी के आधार पर उसे योजना का लाभ मिलता है।
पोषण सहायता के लिए दी जाती है सहायता
सीएमओ डा. वीबी सिंह ने बताया कि पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) के तहत पोषण-सहायता के लिए तीन किश्तों में 5000 रुपये सरकार की ओर से सीधे उनके पंजीकृत खाते में पहुंचाए जाते हैं। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र की महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान बेहतर पोषण उपलब्ध कराना है, ताकि जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ रहें।
जनपद की स्थिति
क्षेत्र लाथार्थी (फीसद)
- आराजीलाइन 8017 (112)
- बड़ागांव 5663 (113)
- चिरईगांव 6504 (110)
- चोलापुर 5157 (95)
- हरहुआ 6870 (112)
- काशी विद्यापीठ 6521 (111)
- पिंडरा में 6773 (109)
- सेवापुरी 6191 (117)
- शहरी क्षेत्र में 11507 (32)।