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वाराणसी में 55 महिला रेसलर कुश्‍ती के मैट पर ठोकेंगी 'पूर्वांचल केसरी' पदवी के लिए ताल

मंदिरों और घाटों के शहर बनारस में महिला खिलाडियों ने सारे झिझक को दरकिनार कर वर्षों बाद कुश्ती के मैट पर दांव पेच आजमाए।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sat, 08 Feb 2020 05:50 PM (IST)Updated: Sat, 08 Feb 2020 07:15 PM (IST)
वाराणसी में 55 महिला रेसलर कुश्‍ती के मैट पर ठोकेंगी 'पूर्वांचल केसरी' पदवी के लिए ताल
वाराणसी में 55 महिला रेसलर कुश्‍ती के मैट पर ठोकेंगी 'पूर्वांचल केसरी' पदवी के लिए ताल

वाराणसी, जेएनएन। पुरुषों के वर्चस्व वाले क्षेत्र कुश्ती जैसे खेल में पूर्वांचल की महिलाओं का खेल जगत में बहुत अधिक रूझान नहीं था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'बेटी बचाओ बेटी पढाओ' के नारे का बनारस में बहुत असर दिखा। इसका इस बात से अंदाज लगाया जा सकता है मंदिरों और घाटों के शहर बनारस में महिला खिलाडियों ने सारे झिझक को दरकिनार कर वर्षों बाद कुश्ती के मैट पर दांव पेच आजमाए। सबसे बड़ी बात यह है कि इन महिला पहलवानों के अधिकतर अभिभावक खुद इनको लेेकर अखाड़े पर पहुंचे हैं। वाराणसी में रविवार को यह प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है।

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इसकी शुरुआत 2017 में गंगा के किनारे चार सौ साल पुराने अखाड़ा गोस्वामी तुलसीदास से शुरूआत हुई। इसके बाद इसको परवान चढ़ाने का कार्य उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ और ओलंपियन पहलवान लक्ष्मीकांत पांडेय के पुत्र कपिल नारायण पांडेय ने किया। ओलंपियन पांडे के पैतृक निवास कोइरीपुर खुर्द में पहली बार नौ फरवरी 2020 को पूर्वांचल महिला केशरी प्रतियोगिता आयोजित होगी। इसमें अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर की 55 महिला पहलवान हिस्सा ले रही हैं। जिनमें पूजा, कशिश यादव, भावना, अनुराधा चौबे और वैष्णवी प्रमुख हैं। 

वहीं दूसरी ओर पुरुषों के पूर्वांचल केसरी पूर्वांचल कुमार और पूर्वांचल बाल केसरी के लिए 215 पहलवानों ने वजन कराया है। इनमें से पूर्वांचल केसरी के लिए 35 पहलवान एक दूसरे को टक्कर देंगे। इनमें राष्ट्रीय स्तर के मुकुंद मिश्रा, मृत्युंजय पहलवान, आदित्य सिंह और पूर्वांचल कुमार के लिए अनिल यादव, अजय यादव तथा पूर्वांचल बाल केसरी के लिए गोरख यादव आैर मनीष यादव प्रमुख पहलवान हैं। अन्‍य नामों में राम सजन यादव, विनोद चौधरी, रविंद्र मिश्रा, राजकुमार मिश्रा, रमाशंकर और सुभाष भारद्वाज शामिल हैं।

महिला पहलवानों ने मिथक तोड़ा

आज से कुछ साल पहले हमें बहुत प्रयास के बाद भी महिला पहलवान नहीं मिलती थी। कभी-कभी आयोजन कराते और जूडो की बालिका खिलाडिय़ों को कुश्ती के लिए तैयार करना पड़ता था। साक्षी मलिक के ओलंपिक में पदक जीतने के बाद और उसके बाद फोगाट बहनों के प्रदर्शन के बाद स्थिति बदल गयी है। आज स्थिति यह हो गयी है कि हमें अलग से महिलाओं के लिए पूर्वांचल केशरी की प्रतियोगिता करानी पड़ रही है। टोक्यो ओलंपिक के बाद स्थिति में और बदलाव आएगा।  - प्रेम मिश्रा, महासचिव, उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ।

आयोजन में मौजूदगी

रविवार नौ फरवरी को सुबह नौ बजे पूर्वांचल महिला केसरी प्रतियोगिता शुरू होगी। आयोजक कपिल नारायण पांडेय के अनुसार प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर व प्रदेश के भाजपा उपाध्यक्ष एमएलसी लक्ष्मण आचार्य मुख्य अतिथि होंगे। विधायक डा. अवधेश सिंह और भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष नागेंद्र रघुवंशी विशिष्ट अतिथि होंगे। जिला भाजपा अध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। 


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