वाराणसी में 20 लाख की आबादी में दो दिन में बांटी चार हजार लोगों को कोरोना दवा किट
पंचायत चुनाव ने गांवों में काेरोना संक्रमण फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। जांच कराई जाए तो हर घर में एक-दो लोग कोरोना संक्रमित मिलेंगे। कुछ लोगों ने जांच कराई तो उनके रिपोर्ट पाॅजिटिव आए और घर एक कमरे या बाहर किसी कमरे में क्वारंटाइन है।
वाराणसी, जेएनएन। पंचायत चुनाव में गांवाें में पैर पसार चुकी कोरोना संक्रमण को नियंत्रति करने के लिए जिला प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी है। जिला प्रशासन ने इसकी जिम्मेदारी तीन विभागों को दी है। दो दिनों में तीनों विभागों के कर्मचारियों ने आठों ब्लाक में करीब चार हजार लोगों को दवा किट उपलब्ध कराने के साथ घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी। ऐसे में गांव की करीब 20 लाख आबादी को दवा किट बांटने में तीन विभागों की टीम को सालाें लग जाएंगे। जिला प्रशासन को दवा के साथ कर्मचारियों की संख्या बढ़ानी होगी। वहीं, गांवों में दवा नहीं पहुंचने से ग्रामीणों में गुस्सा है।
पंचायत चुनाव ने गांवों में काेरोना संक्रमण फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। जांच कराई जाए तो हर घर में एक-दो लोग कोरोना संक्रमित मिलेंगे। कुछ लोगों ने जांच कराई तो उनके रिपोर्ट पाॅजिटिव आए और घर एक कमरे या बाहर किसी कमरे में क्वारंटाइन है। कोरोना संक्रमण के लक्षण दिख रहे लोग अब जांच कराने के लिए प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर दौड़ रहे हैं। कहीं लंबी लाइन लगी है तो कहीं एंटीजन जांच किट नहीं है। आरटीपीसीआर कराने से लोग बच रहे हैं, क्योंकि जांच रिपोर्ट आने में हफ्तों लग जाएंगे। नाराज ग्रामीण विकास भवन में बने कंट्रोल रूम में फोन लगा रहे हैं। यहां शिकायतें दर्ज हो रही हैं लेकिन उसके सापेक्ष निस्तारण नहीं हो पा रहा है। यहां दो दिन में 89 शिकायतें आई। परेशान लाेग निजी लैब का सहारा ले रहे हैं लेकिन मनमाना रेट होने से वे हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। जिला प्रशासन की ओर से चयनित लैब में जांच करने का नौ सौ रुपये रेट तय किया गया है।