हेलमेट न लगाने से सड़क दुर्घटना में होती हैं 40 फीसद मौतें, इसलिए बनाए गए यातायात के सख्त नियम
सड़क दुर्घटना से होने वाली मौतों में करीब 40 फीसदी की वजह बिना हेलमेट पहने बाइक चलाना है। इसलिए देश ही नहीं दुनिया भर में कुछ नियम बनाए गए।
वाराणसी, जेएनएन। सड़क दुर्घटना से होने वाली मौतों में करीब 40 फीसदी की वजह बिना हेलमेट पहने बाइक चलाना है। यातायात के बढ़ते दबाव को देखते हुए देश ही नहीं दुनिया भर में कुछ नियम बनाए गए। इनका पालन कर न सिर्फ यातायात को सुगम बनाया जा सकता है, बल्कि दुर्घटनाओं से भी बचा जा सकता है। यह बातें दैनिक जागरण की ओर से शुक्रवार को हरिश्चंद्र पीजी कालेज आयोजित ट्रैफिक पाठशाला में एएसआई रमाकांत सिंह ने कही। नए यातायात नियमों की जानकारी देते हुए बताया कि जुर्माना पहले के मुकाबले कई गुना बढ़ा दिया गया है, इसलिए नियम का उल्लंघन कतई न करें।
चौराहों से ठीक पहले रेड सिग्नल होने पर स्टाप लाइन से आगे न बढ़ें, क्योंकि वहां लगे कैमरों की जद में आते ही आपका डिजिटल चालान कट जाएगा। नाबालिग बच्चे इस बात पर पूरी तरह ध्यान दें कि यदि आपने चोरी से बाइक चलाई और पकड़े गए तो इसका खामियाजा आपके अभिभावकों को भुगतना पड़ सकता है। नाबालिग बच्चों के बाइक चलाने पर वाहन स्वामी विरुद्ध 25 हजार रुपये के जुर्माने संग कारावास का भी प्रावधान है। छात्रों से अपील करते हुए कहा कि अपने अभिभावकों को बाइक चलाते समय हेलमेट पहनने व चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट लगाने के लिए प्रेरित करते रहें। यातायात नियमों का हर हाल में अनुपालन करें और अपने जानने वालों को भी प्रेरित करते रहें। इस अवसर पर प्राचार्य डा. ओमप्रकाश सिंह, चीफ प्राक्टर डा. प्रदीप कुमार पांडेय, डा. संजय कुमार सिंह, डा. प्रभाकर मिश्र आदि थे।
एनसीसी कैडेट ने सीखा यातायात का ककहरा
बीएचयू स्थित 89 यूपी बटालियन एनसीसी की ओर से चल रही कंबाइंड एनुअल ट्रेनिंग में शुक्रवार को कैडेटों को नए यातायात नियमों की जानकारी दी गई। कर्नल एस के शर्मा के निर्देशन में प्रशिक्षण ले रहे गाजीपुर, बलिया व चंदौली के कैडेटों को यातायात निरीक्षक नरेंद्र कुमार सिंह ने नए प्रावधानों व जुर्माने की राशि से अवगत कराया। कहा वाहन चलाते समय सीट बेल्ट का प्रयोग करें। बाइक से भी जाना हो तो हेलमेट लगाना कतई न भूलें। सुगम यातायात के लिए सड़क पर चलते समय संकेतों का हर हाल में पालन करें। इस दौरान नरेंद्र कुमार सिंह ने कैडेटों की जिज्ञासा भी शांत की। इस अवसर पर मेजर शिवानी जुवाल, सूबेदार मेजर मूलाराम थोलिया, बीएचएम योगेंद्र प्रताप सिंह आदि थे।