मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में 35 हजार आवेदन निरस्त, मानक की जानकारी न होने से त्रुटियां
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में 35 हजार आवेदन निरस्त मानक की जानकारी न होने से आवेदन पत्रों में त्रुटियां रहीं।
वाराणसी, जेएनएन। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में लॉकडाउन के बावजूद लोगों ने लगातार आवेदन किया। खास बात यह कि पिछले वर्ष जितने लोगों ने इसमें फार्म भरे थे, उसमें से लगभग 35 हजार अपात्र पाए गए। वर्ष 2019 व 20 में ये योजना नई थी हालांकि महिला कल्याण विभाग द्वारा इसके लिए लगातार प्रचार-प्रसार भी किया गया था मगर आवेदन करते वक्त ज्यादातर लोग जिनके तीन बच्चे थे और उनमें एक या दो बेटी थी, उन्होंने भी आवेदन कर दिया था। ऐसे में वे अपात्र पाए गए। सरकार की इस वृहद योजना के माध्यम से बालिका के जन्म से लेकर उसकी उच्च शिक्षा तक आर्थिक सहयोग करना है ताकि वह स्वावलंबी बन सकें।
वर्ष 2019 -20 में पैंतीस हजार से ज्यादा आवेदन सत्यापन में अपात्र पाए गए और उन्हें कन्या सुमंगला योजना का लाभ नहीं मिला। उनके आवेदन निरस्त कर दिए गए। 15 हजार 543 पात्र लोगों के खाते में पैसे भेज दिए गए हैं। इस वित्तीय वर्ष 2020-21 में कुल छह श्रेणियों में 442 आवेदन अभी तक प्राप्त हुए हैं जो सत्यापन की प्रक्रिया में हैं।
पिछले वर्ष ये योजना लोगों के लिए नई थी। इसके बारे में व्यापक प्रचार करने बाद भी जागरूकता की कमी के कारण अपात्र आवेदन ज्यादा मिले थे। मगर इस बार ऐसा नहीं है। कन्या सुमंगला योजना को लेकर लोगों की जानकारी बढ़ गई है। जिन लोगों के आवेदन निरस्त कर दिए जाते हैं उनके मोबाइल पर इसका मैसेज भेज दिया जाता है। कन्या सुमंगला के वेब पोर्टल पर ऐसी व्यवस्था है जिसमें आवेदन निरस्त करने का करण भी लिखना होता है। अपात्रों में एक गलती ज्यादातर लोगों ने की थी जिसमें कई लोगों के तीन बच्चे थे और उन्होंने भी आवेदन कर दिया था, जबकि इसमें मानक दो बच्चों का है चाहे वह एक लड़का एक लड़की हो या फिर दो लड़कियां हों। दूसरी वजह थी जिन बच्चियों का टीकाकरण चल रहा था और वे एक साल की नहीं थीं उनके माता पिता ने भी आवेदन किया था। वहीं जिनके बच्चे यूकेजी में थे उन्होंने भी आवेदन कर दिया था।
-प्रवीण कुमार त्रिपाठी, जिला प्रोबेशन अधिकारी।
छह श्रेणियों में मिलता है लाभ
-बालिका के जन्म के समय 2000 रुपये
-बालिका के एक वर्ष तक पूर्ण टीकाकरण के बाद 1000 रुपये
-कक्षा एक में दाखिले के बाद 2000 रुपये
-कक्षा छह में प्रवेश के बाद 2000 रुपये
-कक्षा नौ में दाखिले के बाद 3000 रुपये
-ऐसी बालिकाएं जिन्होंने इंटर करने के बाद स्नातक या फिर दो वर्षीय या अधिक अवधि के डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लिया हो 5000 रुपये
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में पात्रता
-उत्तर प्रदेश में स्थायी निवास का प्रमाण पत्र।
-परिवार की वार्षिक आय अधिकतम तीन लाख रुपये से कम।
-जिनके दो बच्चे हों, इनमें चाहे एक लड़का एक लड़की हो या दो लड़कियां। इसमें बालिकाओं को लाभ मिलेगा।