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वाराणसी मंडल की 30 स्वास्थ्य इकाइयों को मिला कायाकल्प अवार्ड, सबसे ज्‍यादा जौनपुर के 11 केंद्र शामिल

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कायाकल्प कार्यक्रम के तहत वर्ष 2020-21 के लिए वाराणसी मंडल से 30 स्वास्थ्य इकाइयों को हाल ही में कायाकल्प अवार्ड से सम्मानित किया गया। ग्रामीण क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्र भी नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करा रहे हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 26 Aug 2021 07:27 PM (IST)Updated: Thu, 26 Aug 2021 07:27 PM (IST)
वाराणसी मंडल की 30 स्वास्थ्य इकाइयों को मिला कायाकल्प अवार्ड, सबसे ज्‍यादा जौनपुर के 11 केंद्र शामिल
वाराणसी मंडल से 30 स्वास्थ्य इकाइयों को हाल ही में कायाकल्प अवार्ड से सम्मानित किया गया।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कायाकल्प कार्यक्रम के तहत वर्ष 2020-21 के लिए वाराणसी मंडल से 30 स्वास्थ्य इकाइयों को हाल ही में कायाकल्प अवार्ड से सम्मानित किया गया। इसमें जिला चिकित्सालय, ग्रामीण व शहरी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं। इस क्रम में वाराणसी मंडल में बनारस की आठ, जौनपुर की 11, चंदौली की नौ, व गाजीपुर की दो स्वास्थ्य इकाइयों को कायाकल्प अवार्ड मिला है। वाराणसी के बड़ागांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) ने राज्य स्तर पर सर्वश्रेष्ठ पीएचसी का अवार्ड हासिल किया है तो वहीं जौनपुर का डोभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) प्रदेश स्तर पर चौथे एवं वाराणसी का चोलापुर सीएचसी सातवें स्थान पर रहा। डोभी सीएचसी को पूर्वांचल में सर्वश्रेष्ठ सीएचसी का भी दर्जा प्राप्त हुआ है।

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मंडलीय अपर निदेशक (चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण) डा. शशिकांत उपाध्याय ने कहा कि वाराणसी मंडल में चिकित्सीय एवं स्वास्थ्य सुविधाओं का स्तर लगातार बढ़ रहा है। जिला चिकित्सालयों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्र भी नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करा रहे हैं। इसी का परिणाम है कि कायाकल्प कार्यक्रम में वर्ष 2020-21 के लिए मंडल की 30 स्वास्थ्य इकाइयों ने पुरस्कार हासिल किए हैं। उन्होंने डाक्टरों-कर्मचारियों को शुभकामनाएं देते हुए भविष्य में और भी बेहतर परिणाम लाने के लिए प्रोत्साहित किया।

इन बिंदुओं पर होता है मूल्यांकन

डा. शशिकांत उपाध्याय ने कहा कि चिकित्सा इकाइयों और स्वास्थ्य केंद्रों का नामांकन आंतरिक, सहकर्मी एवं बाहरी मूल्यांकन के अंतर्गत तीन चरणों में किया जाता है। इन चरणों के माध्यम से सभी बिंदुओं मसलन-स्वास्थ्य सुविधाओं, स्वच्छता, कचरा प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण, समर्थन तथा स्वच्छता को बढ़ावा देना, मरीजों के साथ स्टाफ का सकारात्मक व्यवहार आदि पर स्वास्थ्य केंद्र का मूल्यांकन किया जाता है। इसमें आंतरिक मूल्यांकन का निरीक्षण स्थानीय टीम दवारा, सहकर्मी मूल्यांकन का निरीक्षण राज्य स्तरीय टीम द्वारा किया जाता है।

जौनपुर की इकाइयों को मिला अवार्ड

मंडलीय सलाहकार डा. आरपी सोलंकी ने बताया कि कायाकल्प कार्यक्रम के तहत वर्ष 2020-21 के लिए मंडल स्तर पर जौनपुर की 11 स्वास्थ्य इकाइयों यथा सीएचसी डोभी, सीएचसी मुफ्तीगंज, सीएचसी मछलीशहर, सीएचसी बरसठी, सीएचसी बदलापुर, पीएचसी मुनगरा, पीएचसी तेजीबाजार, पीएचसी बजरंगनगर, पीएचसी सिंगरामऊ, जिला महिला चिकित्सालय व जिला चिकित्सालय को कायाकल्प अवार्ड मिला है।

चंदौली की ये इकाइयां सम्मानित

चंदौली स्थित सीएचसी नौगढ़, सीएचसी धानापुर, सीएचसी सकलडीहा, अतिरिक्त पीएचसी अमडीहा, पीएचसी चहनिया, अतिरिक्त पीएचसी नियमताबाद, पीएचसी चंदौली, पीएचसी माधोपुर एवं संयुक्त जिला चिकित्सालय चकिया को कायाकल्प अवार्ड मिला है।

बनारस व गाजीपुर की स्वास्थ्य इकाइयों ने भी पेश की नजीर

जनपद की आठ इकाइयों यथा बड़ागांव पीएचसी, सेवापुरी पीएचसी, पिंडरा पीएचसी, हरहुआ पीएचसी, सीएचसी चोलापुर, नगरीय पीएचसी मंड़ुआडीहा, पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय व एसएसपीजी मंडलीय चिकित्सालय को कायाकल्प अवार्ड मिला है। वहीं गाजीपुर की मनिहारी पीएचसी एवं बारचवार पीएचसी को भी कार्यक्रम के तहत अवार्ड से नवाजा गया।


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