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वाराणसी परिक्षेत्र में एक दिन में 15 हजार लोगों को 2.7 करोड़ रुपये एईपीएस द्वारा घर बैठे भुगतान

डाक विभाग की अनूठी पहल वाराणसी में शुरू हुई है परिक्षेत्र में एक दिन में 15 हजार लोगों को 2.7 करोड़ रुपये की राशि का एईपीएस द्वारा घर बैठे भुगतान किया गया है। वहीं इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक खाते खोलने का 8 अक्टूबर को महाअभियान शुरू किया जा रहा है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Wed, 07 Oct 2020 07:01 PM (IST)Updated: Wed, 07 Oct 2020 10:26 PM (IST)
वाराणसी परिक्षेत्र में एक दिन में 15 हजार लोगों को 2.7 करोड़ रुपये एईपीएस द्वारा घर बैठे भुगतान
कोरोना संक्रमण काल में डाक विभाग की अनूठी पहल वाराणसी में शुरू हुई है।

वाराणसी, जेएनएन। कोरोना संक्रमण काल में डाक विभाग की अनूठी पहल वाराणसी में शुरू हुई है। वाराणसी  परिक्षेत्र में एक दिन में 15 हजार लोगों को 2.7 करोड़ रुपये की राशि का एईपीएस द्वारा घर बैठे भुगतान किया गया है। वहीं इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक खाते खोलने का 8 अक्टूबर को महाअभियान शुरू किया जा रहा है। इसमें सिर्फ आधार और मोबाईल नम्बर से मिनटों में पेपरलेस खाते खोले जाएंगे। जहां कोई नहीं पहुंचता, वहां अब डाकिया पहुंच रहा है। अब डाकिया चलता- फिरता एटीएम भी बन गया है। 'इंडिया पोस्ट पेमेंटस बैंक' के माध्यम से हर किसी के लिए घर से लेकर खेतों तक सहजता से डिजिटल बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम द्वारा अन्य बैंकों में प्राप्त राशि का भी माइक्रो एटीएम द्वारा भुगतान किया जा रहा है। उक्त जानकारी वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने जागरण को दी।

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पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि 6 अक्टूबर को वाराणसी परिक्षेत्र के अधीन सभी 6 जनपदों वाराणसी, चंदौली, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर व बलिया में इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की आधार इनेबल्ड पेमेंट्स सिस्टम के अंतर्गत भुगतान हेतु महाअभियान चलाया गया, ताकि कोरोना संक्रमण के दौर में लोगों को घरों से बाहर न निकलना पड़े। इसमें एक दिन में साढ़े 15 हजार से अधिक लोगों ने इस सेवा का लाभ लिया और 2.7 करोड़ 76 लाख की राशि अपने बैंक खातों से निकाली। ग्रामीण डाक सेवकों और डाकियों ने लोगों के घर-घर, खेतों-खलिहानों में और श्रमिकों को उनके कार्यस्थल पर जाकर उन्हें उनके बैंक खाते से धनराशि निकाल कर उपलब्ध कराई। इस दौरान डाक विभाग द्वारा समाज के हर वर्ग के लोगों को लाभान्वित करने का प्रयास किया गया। साथ ही, अन्य प्रदेशों से आये प्रवासी मजदूरों तथा मनरेगा कामगारों का खास ध्यान रखा गया और उन्हें केंद्र व राज्य सरकारों से मिलने वाली धनराशि उनके कार्यस्थल पर ही तत्काल उनके खातों से निकालकर दी गयी।

पोस्टमास्टर जनरल ने कहा कि एईपीएस सेवा को गांवों में ही नहीं बल्कि शहरों में भी काफी प्रशंसा मिल रही है। राज्य व केंद्र सरकारों के द्वारा विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत भेजी जा रही डीबीटी राशि लोग घर बैठे ही डाकिया के माध्यम से निकाल रहे हैं। साथ ही, पेंशनर व असहाय लोग जो कि शारीरिक रूप से अक्षम हैं, वृद्ध या फिर सुदूर ग्रामीण क्षेत्र जहाँ पर एटीएम की सुविधा उपलब्ध नहीं है वहां पर भी डाकिया और ग्रामीण डाक सेवक जाकर बैंक से पैसे निकाल कर लोगों को उपलब्ध करा रहे हैं। इसी क्रम में 8 अक्टूबर को महाअभियान चलाकर अधिक से अधिक लोगों के आईपीपीबी खाते खोलकर उन्हें इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक से जोड़ा जायेगा। मात्र आधार व मोबाईल नम्बर के आधार पर डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देते ये पेपरलेस खाते खोले जाएंगे। वाराणसी परिक्षेत्र में अब तक लगभग तीन लाख लोग इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के साथ जुड़ चुके हैं और घर बैठे इसकी सेवाओं का लाभ ले रहे हैं।


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