वाराणसी में स्वच्छ भारत मिशन पर चार साल में खर्च हुआ 27 करोड़, शौचालय की डिमांड फिर भी जारी
वाराणसी में स्वच्छ भारत मिशन में पिछले चार साल में 27 करोड़ एक लाख रूपये खर्च हुए लेकिन गांवों में शौचालय की डिमांड जारी है। अधिकारी शत प्रतिशत शौचालय आच्छादन की रिपोर्ट नहीं लगा पा रहे हैं। डिमांड को लेकर अधिकारी भी परेशान हैं।
वाराणसी, जेएनएन। स्वच्छ भारत मिशन में पिछले चार साल में 27 करोड़ एक लाख रूपये खर्च हुए लेकिन गांवों में शौचालय की डिमांड जारी है। अधिकारी शत प्रतिशत शौचालय आच्छादन की रिपोर्ट नहीं लगा पा रहे हैं। डिमांड को लेकर अधिकारी भी परेशान हैं।
वाराणसी पीएम नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र होने की वजह से शासन और प्रशासन की प्राथमिकता में शामिल है। इसकी वजह से शहर में अधिकारियों की सक्रियता ही वजह से लक्ष्य को काफी हद तक पा लिया गया था। अब इसके बाद भी शौचालय बनवाने की डिमांंड बनी हुई है। शौचालय की िडिमांड होने से अधिकारियों के माथे पर अब भी चिंता की रेखाएं खिंची हुई हैं।
शिवपुर विस क्षेत्र | 48580 |
अजगरा विस क्षेत्र | 38105 |
रोहनिया विस क्षेत्र | 58113 |
सेवापुरी विस क्षेत्र | 36041 |
पिंंड़रा विस क्षेत्र | 44271 |
जिला पंचायत कार्यालय की रिपोर्ट मुताबिक़ जिले में पिछले चार साल में दो लाख 25 हजार 110 शौचालय का निर्माण हुआ। शिवपुर विधानसभा क्षेत्र में 48 हजार 580 शौचालय का निर्माण कराया गया। इसी प्रकार अजगरा विधानसभा में 38 हजार 105, रोहनिया विधानसभा में 58 हजार 113, सेवापुरी में 36 हजार 41 तथा पिड़रा विधानसभा में 44 हजार 271 शौचालय का निर्माण हुआ।
शौचालय निर्माण के साथ ही लोगो स्वछता के प्रति जागरूक किया गया। सभी विधानसभा क्षेत्र में जागरूकता मिशन चलाया गया। अब तक यह जारी है। अधिकारियों का कहना है कि शौचालय की मांग पहले से बहुत कम हुई है लेकिन मांग कुछ न कुछ जारी है। इसलिए शत प्रतिशत आच्छादन की रिपोर्ट नही लगाई जा सकती है।